लखनऊ: रामोत्सव न केवल हमारी आत्मा को पवित्र करता है, बल्कि हमें सामाजिक और आध्यात्मिक संबंधों को मजबूत करने का माध्यम भी प्रदान करता है। यह समाज के सभी वर्गों को एक साथ आने और एक-दूसरे के साथ मिलकर अनुभव करने का एक सुंदर अवसर है इसी को आधार मान कर आज हमारे विद्यालय सेठ आनंदराम जैपुरिया विद्यालय में कला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया जिसका मुख्य विषय रामोत्सव तथा मिस्र की कला कृतियाँ रहीं।
जिसका उद्घाटन मुख्य अतिथि राजेन्द्र प्रसाद द्वारा किया गया। छोटे बच्चों द्वारा मोतियों से सजे कॉलर, कागज के पिरामिड, मुखौटे बनाये गये तथा राजस्थानी थीम पर आधारित सजावटी छतरियां तथा ऊँट बनाये गये। बड़ी कक्षा के बच्चों द्वारा राम जी के जीवन के विभिन्न पहलुओं जैसे राम जन्मभूमि,सीता हरण, लंका दहन, जटायु वाद ,सरयू समाधि तथा वाल्मीकि जी के द्वारा दिए गये निर्देर्शों को दर्शाया गया।
इस कला प्रदर्शनी में 600 पेंटिंग को डिस्प्ले किया गया छात्रों के साथ ही साथ शिक्षकों की पेंटिंग को भी दिखाया गया। इस प्रदर्शनी की मुख्य अतिथि तथा सभी के द्वारा सराहना की गयी और उनके द्वारा कला की बारीकियाँ भी बताई गयी। रामोत्सव के इस अवसर पर, सभी ने आपसी समरसता, शांति, और प्रेम की भावना को बढ़ावा देने का संकल्प किया और राम के जीवन मूल्यों को कला के द्वार प्रस्तुत करने की एक सुन्दर अभिव्यक्ति के साथ साथ राम के आदर्श गुणों को अलंकृत करने का विद्यालय का एक अनूठा प्रयास रहा।