Lucknow News: नगरीय निकायों की व्यवस्था परिवर्तन के लिए अब तक किये गये प्रयासों की नगर विकास मंत्री ने की समीक्षा
लखनऊ: प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए0के0 शर्मा ने आज 122 नगर निकायों के साथ वर्चुअल संवाद कर नगर निकायों के व्यवस्था परिवर्तन के लिए अब तक किये गये प्रयासों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने सभी नगर आयुक्तों, अधिशासी अधिकारियों एवं शासन के अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि शहरों की नगरीय जीवन में सुधार के लिए 04 एवं 10 अप्रैल व 21 मई, 2022 को जारी किये गये शासनादेशों में उल्लिखित कार्यों का शत-प्रतिशत अनुपालन किया जाए। उन्होंने प्रमुख रूप से शहरी जीवन में सुधार के लिए उपयोगी 20 मुद्दों को चिन्हित कर इन पर विशेष रूप से कार्य करने के निर्देश दिये।
नगर विकास मंत्री ए0के0 शर्मा आज स्थानीय नगरीय निकाय निदेशालय में नगरीय निकायों में कराये जा रहे कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने सभी नगर आयुक्तों, अधिशासी अधिकारियों को निर्देशित किया कि 60 दिवसीय अभियान के तहत 15 जून तक सभी नगरीय निकायों में साफ सफाई एवं सौन्दर्यीकरण के जो भी कार्य किये गये हैं, उसे आगे भी जारी रखा जाये। विशेष रूप से शहरों की साफ सफाई एवं व्यवस्था सुधार मंे मानवीय प्रयास के साथ मशीनों का भी भरपूर प्रयोग किया जाए। उन्होंने कहा कि बरसात के दौरान शहरों में कहीं पर भी जलभराव की समस्या न हो, जिससे नागरिकों को मुश्किलों का सामना करना पड़े इसकी सतत निगरानी की जाए। सभी नाली, नालों एवं सीवर की सफाई को समयबद्ध रूप से पूरा कर इससे निकले शिल्ट को शीघ्र हटाया जाए। उन्होंने कहा कि जहां कहीं भी आवश्यक हो सफाई कर्मियों की संख्या को बढ़ाया जाए। जिससे कि साफ सफाई, डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन एवं कूड़ा उठान की स्थिति में सुधार किया जा सके।
ए0के0 शर्मा ने कहा कि शहरों के समुचित विकास हेतु पॉजिटिव एवं निगेटिव दोनों प्रकार के कार्यों का विशेष ध्यान दिया जाए, ऐसे कार्यों की वेंच मार्किंग भी की जाए और प्रेरणादायक कार्यों पर बल दिया जाए। उन्होंने कहा कि सभी नगरीय निकाय अपने क्षेत्रों में बरसात के दौरान अभियान चलाकर वृक्षारोपण का कार्य करेंगे जिससे कि शहरी वातावरण में सुधार हो। उन्होंने खाली जगहों पर पार्क बनाने एवं ग्रहों, नक्षत्रों पर आधारित प्लान्टेशन कराने तथा पार्कों का सौन्दर्यीकरण कराने को भी कहा। नवनिर्मित जलाशयों, अमृत सरोवरों, पार्कों एवं वाटिका का संरक्षण एवं संवर्धन भी किया जाए। उन्होंने लिगेसी वेस्ट के साथ कूड़ा कचरा एवं गंदगी को शीघ्र ही शहर से बाहर हटाने के निर्देश दिये। उन्होंने शहरों के सामुदायिक शौचालयों की साफ सफाई सुनिश्चित करने एवं व्यवस्थित रूप से संचालित हो इस पर ध्यान देने के निर्देश दिये। उन्होेंने कहा कि शहर के सौन्दर्यीकरण के लिए खाली जगहों पर फूलदार एवं फलदार वृक्षों एवं हरी घास को लगाने की भी बात कही। बरसात में नागरिकों को पीने के पानी की असुविधा न हो इसके लिए स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति पर विशेष बल दिया।
ए0के0 शर्मा ने नगर निगमों के कार्याें की समीक्षा करते हुए नगर आयुक्त लखनऊ को नगरीय क्षेत्र में बन रहे प्रोजेक्टों में से 04 प्रोजेक्ट को एक सप्ताह के भीतर जनता के उपयोग के लिए लोकार्पण हेतु तैयार करने के निर्देश दिये। अयोध्या के धार्मिक एवं पौराणिक स्थल होने पर इसकी दैनिक साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने के निर्देश नगर आयुक्त को दिये। सहारनपुर नगर आयुक्त को 04 तालाबों को आइकान के रूप में विकसित करने के निर्देश दिये। आगरा शहर के अन्तर्राष्ट्रीय पहचान के कारण इसमें नागरिकों की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाये इसके निर्देश दिये। गोरखपुर में वाटर लागिंग की समस्या का शीघ्र निस्तारण करने, वाराणसी के पौराणिक कुण्डों का भी सौन्दर्यीकरण कराने तथा झांसी में जल निगम द्वारा पाइप डालने के लिए की गई खुदाई से हुई अव्यवस्था को शीघ्र सही कराने के लिए सचिव नगर विकास को मौके पर जाकर निरीक्षण करने के निर्देश दिये। उन्होंने यह भी कहा है कि सभी नगरीय निकाय अपने यहां संस्थागत इन्फ्रास्टक्चर खड़ा करने के भी निर्देश दिये।
नगर विकास मंत्री ने कहा कि शहरों को प्रदूषण मुक्त करने के लिए सभी नगरीय निकाय सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग पर पूर्ण प्रतिबन्ध लगायें और इसमें आमजन का भी सहयोग लें। उन्होंने इधर-उधर कूड़ा कचरा फैलाने वालो के खिलाफ सख्त एवं दण्डात्मक कार्यवाही करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने आम नागरिकों एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों से भी अपील की है कि शहर को साफ सुथरा रखने के लिए कूड़ेदान का प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि नगरीय जीवन को अच्छे से श्रेष्ठ बनाने के प्रयास में सभी नागरिकों का सहयोग आवश्यक है।
ए0के0 शर्मा ने मीडिया प्रतिनिधियों से वार्तालाप करते हुए कहा कि नगर निकायों के परिसीमन का कार्य समय से पूरा किया जायेगा। शहरों को स्मार्ट सिटी बनाने के कार्य में नगर आयुक्तों को आमजन से संवाद करने एवं जन जागरूकता बढ़ाने के लिए निर्देशित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि सभी नगरीय निकायों में साफ सफाई एवं सौन्दर्यीकरण के लिए संस्थागत व्यवस्थायें एवं इन्फ्रास्टक्चर का विकास कराया जायेगा। मीडिया प्रतिनिधियों ने इस दौरान एजेंसियों द्वारा शहरों की उचित साफ सफाई न कराने तथा कूड़ा निस्तारण का समुचित प्रबन्ध न होने का मुद्दा उठाया। इस पर उन्होंने कहा कि प्रदेश की 30 प्रतिशत आबादी नगरीय क्षेत्रों में रहती है एवं इससे प्रदेश का 65 प्रतिशत जीडीपी आता है। विकसित सभ्यता के लिए एवं अच्छी शहरी व्यवस्था हेतु सही से शाइनेज एवं पब्लिसिटी होर्डिंग लगे हों, शहरी क्षेत्रांे को व्यवस्थित करने के लिए सभी का सहयोग मिले, इसके प्रयास किये जा रहे हैं।