भोपाल : फ्रांस के पेरिस शहर में 28 अगस्त से 8 सितम्बर तक आयोजित पैरालम्पिक-२०२४ में गुरुवार को मध्यप्रदेश राज्य जूडो अकादमी के बोर्डिंग स्कीम खिलाड़ी कपिल परमार ने कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया। उन्होंने गुरुवार देर शाम 60 किलोग्राम जे-1 स्पर्धा में ब्राजील के एलिल्टोन डि ओलिवेरा को एकतरफा 10-0 से हराकर भारत की झोली में 25वां पदक डाला। कपिल ने पहली बार पैरालंपिक में देश का प्रतिनिधित्व किया और पैरालंपिक इतिहास में भारत का जूडो में पहला पदक दिलाया है।
प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कपिल की सराहना करते हुए उन्हें बधाई और शुभकामनाएँ दी हैं। कपिल मुख्यत: सीहोर के निवासी हैं। वर्ष 2009-10 में करंट लगने से उनकी आँखों की रोशनी चली गई थी। कपिल 80 प्रतिशत ब्लाइंड हैं। उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में जूडो खेलना प्रारंभ किया। कपिल अब तक 17 अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। उन्होंने अब तक 8 स्वर्ण पदक सहित कुल 13 अंतरराष्ट्रीय पदक अर्जित किये हैं।
पैरालम्पिक गेम के ब्लाइंड जूडो पुरुष व्यक्तिगत 60 किलोग्राम जे-1 स्पर्धा में क्वालीफाई मैच न होकर सीधा क्वार्टर फायनल मुकाबला खेला गया। यह क्वार्टर फायनल मुकाबला गुरुवारको भारत के कपिल परमार और वेनेजुएला के ब्लेंको एम.डी. के मध्य खेला गया। इस मुकाबले में कपिल परमार ने वेनेजुएला के ब्लेंको एमडी को 10-0 से करारी शिकस्त देकर सेमी-फायनल मुकाबले में प्रवेश किया। इसके बाद गुरुवार को ब्लाइंड जूडो पुरुष व्यक्तिगत 60 किलोग्राम जे-1 स्पर्धा के सेमी-फायनल मुकाबले में अकादमी के कपिल परमार और ईरान के खिलाड़ी सैयद बानीताबा खुर्रम के मध्य खेला गया। इसमें ईरान के खिलाड़ी बानीताबा ने कपिल को 1-0 के अंतर से परास्त किया। इसके बाद कपिल का मुकाबला ब्राजील के खिलाड़ी एलिल्टन डी ओलीवेरिया के मध्य काँस्य पदक के लिये खेला गया, जिसमें 10-0 से कपिल ने मुकाबला जीतकर काँस्य पदक हासिल किया।