महाकुंभ 2025: अबकी बार भक्तों के लिए विशेष इंतजाम, महिलाओं के नहाने और कपड़े बदलने के लिए खास इंतजाम

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प्रयागराज: महाकुंभ 2025 का आयोजन हर बार की तरह इस बार भी उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में किया जा रहा है। आगामी 13 जनवरी 2025 से इस महापर्व की शुरुआत होने वाली है। इस दौरान यहां आने वाले करोड़ों भक्तों के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। खास तौर पर नहाने और कपड़े बदलने में श्रद्धालुओं को सुविधा हो, इसके लिए भी इंतजाम किया गया है।

अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक, महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। इसी के मद्देनजर, संगम पर एक विशेष प्रकार की फ्लोटिंग जेटी का निर्माण किया जा रहा है, जिससे श्रद्धालुओं को विशेष रुप से महिलाओं को आराम से स्नान करने और कपड़े बदलने की सुविधा मिलेगी। इस बारे में AMD विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि प्रयागराज में महाकुंभ मेला, एक ऐसा त्योहार है जिसे यूनेस्को द्वारा अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के रूप में मान्यता दी गई है। प्रयागराज में जेटी लगाई जा रही हैं। यहां श्रद्धालुओं के लिए बैठने की उचित जगह, चेंजिंग रूम और स्नान क्षेत्र है। इस बीच, श्रद्धालुओं से लेकर संतों तक सभी के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए बड़ी संख्या में विशेषज्ञ डॉक्टरों की भी तैनाती की जा रही है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयागराज आगमन से पहले 10 बेड का आईसीयू भी पूरी तरह तैयार कर दिया गया है। ये स्वास्थ्य सुविधाएं महाकुंभ में आने वाले सभी लोगों के लिए सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण सुनिश्चित करने की राज्य की प्रतिबद्धता का हिस्सा हैं। सेंट्रल हॉस्पिटल के प्रभारी वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. गौरव दुबे ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो, इसके लिए तैयारियां जोरों पर हैं। साथ ही परेड ग्राउंड में 100 बेड का अस्पताल लगभग बनकर तैयार है। सीएम योगी के आगमन से पहले शुक्रवार शाम तक सेंट्रल अस्पताल में 10 बेड का आईसीयू भी पूरी तरह तैयार हो जाएगा। तीर्थयात्रियों की जरूरतों के हिसाब से इस सुविधा को स्थापित करने के लिए सेना और मेदांता अस्पताल ने सहयोग किया है। यह आपात स्थिति में आवश्यक चिकित्सा सेवा प्रदान करेगा, जिसमें सभी आवश्यक उपकरण पहले से ही लगे हुए हैं।

डॉ. दुबे ने यह भी बताया कि परेड ग्राउंड में 100 बेड के अस्पताल में चौबीसों घंटे डॉक्टर मौजूद रहेंगे, जिससे असीमित ओपीडी क्षमता होगी। पुरुषों, महिलाओं और बच्चों के लिए अलग-अलग वार्ड बनाए जा रहे हैं। साथ ही प्रसव कक्ष, आपातकालीन वार्ड और डॉक्टर के कमरे भी बनाए जा रहे हैं। ओपीडी, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड और ईसीजी रूम समेत जांच के लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है।

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