नई दिल्ली : प्रयागराज में महाकुंभ की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं और ये 13 जनवरी से शुरू होने जा रहा है, जो 26 फरवरी तक चलेगा और इसमें करीब 40 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है. भारतीय अरबपति गौतम अडानी के नेतृत्व वाला अडानी ग्रुप भी इस महाआयोजन में अपनी सेवाएं देने के लिए तैयार है और इसके लिए इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (ISKCON) के साथ हाथ मिलाया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसके जरिए हर दिन करीब 1 लाख श्रद्धालुओं को महाप्रसाद सेवा दी जाएगी.
घर की रसोई से लेकर पोर्ट तक सेवाएं देने वाले Adani Group ने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में शुरू होने जा रहे महाकुंभ मेला-2025 में महाप्रसाद सेवा देने के लिए इस्कॉन से हाथ मिलाया है. बिजनेस टुडे की रिपोर्ट की मानें तो इस सेवा में हर रोज यहां पहुंचने वाले करीब 1 लाख श्रद्धालुओं को प्रसाद खिलाया जाएगा, जिसमें 18,000 सफाई कर्मचारी भी शामिल होंगे. ये प्रसाद हर दिन 2500 वॉलंटियर्स द्वारा हाइटेक सुविधाओं से लैस 2 रसोइयों में तैयार होगा.
बात करें अडानी ग्रुप और इस्कॉन द्वारा महाकुंभ में की जाने वाली प्रसादसेवा में शामिल व्यंजनों के बारे में, तो इस महाप्रसाद में रोटी, दाल, चावल, सब्जियां और मिठाइयां शामिल रहेंगी. श्रद्धालुओं को ये प्रसाद पत्तों से बने ईको-फ्रेंडली पत्तलों पर परोसा जाएगा. इसके लिए 40 असेंबली पॉइंट्स निर्धारित किए गए हैं, जहां पर श्रद्धालुओं को प्रसाद बांटा जाएगा. यही नहीं अडानी ग्रुप की ओर से इस मेले में पहुंचने वाले दिव्यांग व्यक्तियों, बुजुर्गों और बच्चों के लिए भी खास व्यवस्था की गई है, जिसमें उनके लिए गोल्फ कार्ट का प्रबंध भी शामिल है.
महाप्रसाद सेवा के अलावा Gautam Adani के ग्रुप ने गोरखपुर मुख्यालय वाली गीता प्रेस (Geeta Press) के साथ मिलकर आरती संग्रह की लगभग 1 करोड़ प्रतियां छापवाई हैं. इस आरती संग्रह में भगवान शिव, गणेश, विष्णु, दुर्गा-लक्ष्मी समेत अन्य देवी-देवताओं को समर्पित भजन या आरतियां शामिल हैं. महाकुंभ मेले में ये संग्रह श्रद्धालुओं को फ्री में बांटा जाएगा. रिपोर्ट्स की मानें तो Maha Kumbh 2025 में करीब 40 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है.
प्रयागराज में महाकुंभ 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा स्नान के साथ शुरू होगा. इसके अलावा खास स्नान की बात करें, तो 15 जनवरी को मकर संक्रांति स्नान, 29 जनवरी को मौनी अमावस्या का शाही स्नान होगा, जबकि 3 फरवरी को बसंत पंचमी स्नान और 12 फरवरी माघी पूर्णिमा स्नान आयोजित किया जाएगा. इसके बाद 26 फरवरी को महा शिवरात्रि स्नान के साथ इस महाकुंभ का समापन होगा. गौरतलब है कि Maha Kumbh दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में टॉप पर है, क्योंकि देश-विदेश से श्रद्धालु यमुना, सरस्वती और गंगा नदियों के पवित्र संगम में स्नान करने के लिए प्रयागराज आते हैं. प्रयागराज के अलावा कुंभ का आयोजन हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में किया जाता है.