महाराष्ट्र मानसून सत्र: देवेंद्र फडणवीस बोले- भले ही हमारी ताकत बढ़ गई है लेकिन इसका दुरुपयोग नहीं करेंगे
मुंबई. महाराष्ट्र विधानसभा के मानसून सत्र (Maharashtra Monsoon Session) की पूर्व संध्या पर राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने कहा कि हम सभी मुद्दों पर चर्चा करेंगे। हमारी ताकत बढ़ गई है लेकिन हम इसका दुरुपयोग नहीं करेंगे। विपक्ष द्वारा उठाए जाने वाले लोगों के कल्याण से संबंधित सभी मुद्दों का समाधान करेंगे।
देवेंद्र फडणवीस ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, “महाराष्ट्र विधानमंडल का मानसून सत्र कल से शुरू हो रहा है। हम सत्र के दौरान सभी मुद्दों पर चर्चा करेंगे।” उन्होंने कहा, “भले ही हमारी ताकत बढ़ गई है, हम यह सुनिश्चित करेंगे कि हम इसका दुरुपयोग न करें। हम विपक्ष द्वारा उठाए जाने वाले लोगों के कल्याण से संबंधित सभी मुद्दों का समाधान करेंगे। आज स्थिति ऐसी है कि हमारी सरकार के एक साल के प्रदर्शन के कारण महाराष्ट्र एफडीआई में नंबर एक स्थान पर है।”
गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधानसभा के मानसून सत्र से पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) द्वारा आयोजित पारंपरिक चाय पार्टी में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार (Ajit Pawar) समेत कई नेता शामिल हुए। हालांकि, विपक्ष ने इसका बहिष्कार किया है।
विपक्ष द्वारा चाय पार्टी का बहिष्कार करने पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, “हमेशा की तरह विपक्ष ने मानसून सत्र के चाय कार्यक्रम का बहिष्कार किया। हम सत्र के दौरान सभी मुद्दों पर चर्चा करेंगे। 210 से अधिक विधायक हमारे (मौजूदा सरकार) साथ हैं। अगर हम गलत कर रहे हैं तो विपक्ष को हमसे सवाल करना चाहिए, सवाल लोगों के कल्याण के लिए उठाया जाना चाहिए। जब सरकार कुछ सही करती है तो सरकार की प्रशंसा करना विपक्ष का कर्तव्य है।”
शिंदे ने कहा, “किसी के लिए राज्य में विपक्ष की तलाश करने की जरूरत पड़ेगी। ऐसा प्रतीत होता है कि विपक्षी दल उम्मीद छोड़ चुके हैं…वे भ्रमित और हतप्रभ हैं। हालांकि, हम विपक्ष को उसकी ताकत से परे कमतर करके नहीं आंकेंगे।” मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य को विभिन्न क्षेत्रों में 2.38 लाख करोड़ रुपये का निवेश प्राप्त हुआ है और विपक्ष को भी सरकार द्वारा किए गए अच्छे कार्यों की सराहना करने की जरूरत है।
उद्धव गुट के नेता और विधायक सुनील राउत ने कहा, “हम पारंपरिक चाय पार्टी (मानसून सत्र से पहले सरकार द्वारा आयोजित) का बहिष्कार करेंगे। लोग भ्रमित हैं कि सीएम कौन है- एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फड़नवीस या अजीत पवार …महाराष्ट्र में केवल दो ब्रांड हैं, एक ठाकरे ब्रांड और दूसरा शरद पवार ब्रांड।”