नई दिल्ली। एमसीडी के सभी 250 वॉर्ड के लिए रविवार (4 दिसंबर) को मतदान होगा और इस चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप), बीजेपी और कांग्रेस (BJP and Congress) के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है. एमसीडी चुनाव (MCD Election) में 1.45 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए योग्य हैं. चुनाव में कुल 1,349 उम्मीदवार मैदान में हैं. मतदान सुबह आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक होगा और मतगणना सात दिसंबर को होगी.
राज्य निर्वाचन आयोग (State Election Commission) के अधिकारियों की ओर से बताए गए आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में मतदाताओं की कुल संख्या 1,45,05,358 है, जिसमें 78,93,418 पुरुष, 66,10,879 महिलाएं और 1,061 ट्रांसजेंडर हैं. परिसीमन की कवायद और उत्तर, दक्षिण और पूर्वी दिल्ली नगर निगमों को मिलाकर एकीकृत एमसीडी बनाने के बाद यह पहला चुनाव है. एकीकृत एमसीडी 22 मई से अस्तित्व में आया है. रविवार को होने वाला मतदान गुजरात विधानसभा चुनाव (gujarat assembly election) के लिए पहले चरण के मतदान से तीन दिन बाद और दूसरे चरण के मतदान से एक दिन पहले हो रहा है.
एमसीडी कब हुआ था स्थापित
एमसीडी को 1958 में स्थापित किया गया था. 2012 में उस वक्त की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के कार्यकाल के दौरान इसे तीन हिस्सों- उत्तर, दक्षिण और पूर्वी दिल्ली नगर निगमों में बांट दिया गया था. हालांकि, इस साल फिर से तीनों को एक साथ कर दिया गया. राज्य चुनाव आयुक्त विजय देव के तरफ से 4 नवंबर को एमसीडी चुनाव (MCD Election) की तारीख की घोषणा के साथ ही दिल्ली में आदर्श आचार संहिता तत्काल प्रभाव से लागू हो गई थी.
मतदान के लिए पूरी हुई तैयारी
‘आप’ और बीजेपी दोनों ने विश्वास जताया है कि वे चुनावों में विजयी होंगे, जबकि कांग्रेस खोया हुआ अपना जनाधार हासिल करने की कोशिश कर रही है. चुनाव से पहले दिल्ली में ‘आप’ और बीजेपी के बड़े नेताओं ने प्रचार किया था और गलियों में घूम कर अपनी पार्टी के उम्मीदवार के लिए वोट मांगे.
राज्य चुनाव आयोग के अधिकारियों ने कहा कि चुनाव अधिकारी और उसकी टीम रविवार को होने वाले इस मतदान के लिए पूरी तरह तैयार हैं और सुरक्षा को लेकर सुरक्षा बलों की तैनाती के लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं.
सुगमता से मतदान कराने के लिए पूरी व्यवस्था
आयोग ने शुक्रवार को कहा कि उसने सुगमता से मतदान कराने के लिए पूरी व्यवस्था की है. दिल्ली में फरवरी 2020 में हुए दंगों के बाद नगर निगम का यह पहला चुनाव है और अधिकारियों की ओर साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, 493 स्थानों पर 3360 बूथ को संवेदनशील घोषित किया गया है. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एमसीडी चुनाव सुगम तरीके से कराने के लिए करीब 40,000 पुलिसकर्मी, 20,000 होमगार्ड और अर्द्धसैनिक तथा राज्य सशस्त्र पुलिस बलों की 108 कंपनी को तैनात किया जाएगा.
चुनाव अधिकारियों ने बताया कि 68 मतदान केंद्रों को मॉडल मतदान केंद्र बनाया गया है, जबकि 68 को ‘पिंक’ मतदान केंद्र बनाया गया है. साल 2017 में हुए निकाय चुनाव में बीजेपी ने कुल 270 वॉर्ड में से 181 में जीत हासिल की थी. प्रत्याशियों के निधन के कारण दो सीट पर मतदान नहीं हो सका था. ’आप’ ने 48 और कांग्रेस ने 27 वॉर्ड में जीत दर्ज की थी. 2017 में 53 फीसदी मतदान हुआ था.