लंदन: रूस और यूक्रेन के बीच पिछले दो साल से ज्यादा वक्त से युद्ध जारी है। अमेरिका जैसा दुनिया का सबसे ताकतवर देश भी संघर्ष विराम नहीं नहीं करा पा रहा। चूंकि रूस भारत का मित्र राष्ट्र है। ऐसे में दुनिया की नजर भारत पर है। विश्व के सभी देशों का मानना है कि अगर भारत चाहेगा तो ये युद्ध रुकवा सकता है। इसपे इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी ने भी बयान दिया है। इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने शनिवार को कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष के समाधान में भारत और चीन भूमिका निभा सकते हैं।
फ्रांस 24 की खबर के मुताबिक, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात के बाद एक सम्मेलन से इतर मेलोनी ने कहा कि मेरा मानना है कि संघर्ष के समाधान में चीन और भारत की भूमिका होनी चाहिए। एकमात्र ऐसी चीज जो नहीं हो सकती, वह यह सोचना है कि यूक्रेन को अकेला छोड़कर संघर्ष का हल निकाला जा सकता है। मेलोनी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को भारत का नाम उन तीन देशों में शामिल किया, जिनके साथ वह यूक्रेन संघर्ष को लेकर संपर्क में हैं और कहा है कि वे इस मुद्दे को सुलझाने के लिए ईमानदारी से प्रयास कर रहे हैं।
एक अलग बयान में, रूसी राष्ट्रपति के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि भारत, यूक्रेन के साथ बातचीत को सुविधाजनक बनाने में भूमिका निभा सकता है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पुतिन, जेलेंस्की और अमेरिका के साथ स्वतंत्र रूप से संवाद करते हैं। मेलोनी और जेलेंस्की के बीच द्विपक्षीय मसले पर वार्ता यूरोपीय देशों के सम्मेलन से इतर हुई थी। 40 मिनट की इस वार्ता में मेलोनी ने रूसी हमले के विरोध में यूक्रेन का समर्थन जारी रखने का एलान किया।
मेलोनी ने कहा, यदि अंतरराष्ट्रीय नियमों का सम्मान नहीं किया गया तो समस्याएं और अराजकता बढ़ेगी। इससे टकराव भी बढ़ेगा। ऐसे में यूक्रेन को अकेला नहीं छोड़ा जा सकता है। इटली ने अपनी मान्यताओं के आधार पर यूक्रेन के समर्थन का फैसला किया है और यह नहीं बदलेगा।