मर्सिडीज-बेंज इंडिया ने एलान किया है कि वह अपने सभी मॉडल रेंज के मूल्यों में 5% तक की वर्द्धि करने वाली है. बढे हुए नए कीमतें 1 अप्रैल, 2023 से लागू होने वाली है. कंपनी ने यह वर्द्धि यूरो की तुलना में स्थानीय मुद्रा की वैल्यू में गिरावट की वजह से की है. जिसके कारण कंपनी पर उसके प्रोडक्ट्स की बढ़ती लागत का लगाता निरंतर दबाव पड़ता जा रहा है.
लागत में बढ़त है कारण: खबरों का कहना है कि मर्सिडीज बेंज ने यह भी कहा कि इन सभी कारणों की वजह से कंपनी को इन लागतों में से कुछ को ऑफसेट करने के लिए अपने मॉडल रेंज के एक्स-शोरूम मूल्यों को अपडेट करने की जरुरत भी पड़ रही है. कंपनी लागतों के मुख्य हिस्से को कस्टमर के लिए लाभदायक बनाए रखने के लिए प्रयासरत है. हालांकि यह वर्ष 2023 में दूसरा अवसर है जब कंपनी ने अपनी कारों की कीमत में वृद्धि की है.
2 से 12 लाख रुपये होगी बढ़ोतरी: खबरों का कहना है कि नई अपडेटेड कीमतें भारत में कंपनी के पेश किए जाने वाले वाहनों के पूरे लाइनअप पर प्रभावी होने वाली है. इसमें टॉप-ऑफ-द-लाइन मेबैक के साथ अन्य कुछ लोकप्रिय मॉडल्स भी जोड़ें जा चुके है. कीमतों में यह बढ़ोतरी अलग-अलग मॉडल्स के आधार पर 2 लाख रुपये से 12 लाख रुपये के मध्य की जाने वाली है.
कितनी होगी कीमतों में बढ़ोतरी: मर्सिडीज-बेंज ए-क्लास और GLA के लिए कीमतों में 2 लाख रुपये, मर्सिडीज-बेंज एस 350D के लिए 7 लाख रुपये और टॉप-एंड मर्सिडीज-मेबैक S580 के मूल्यों में 12 लाख रुपये की वृद्धि की जाने वाली है.
कम होगा वेटिंग पीरियड: बता दें कि कंपनी ने कुछ समय पहले ही में अपनी G63 AMG और GLS मेबैक के लिए बुकिंग फिर से शुरू कर चुकी है. कंपनी ने इस बारें में बोला है कि उसे इन दो मॉडलों के लिए पहला बैच हासिल हो चुका है और G63 AMG के लिए वेटिंग पीरियड 24-36 माह से घटाकर 12-16 महीने भी किया जा चुका है और GLS मेबैक 600 के वेटिंग पीरियड को सिंगल कलर के लिए अब घटाकर 8 महीने कर दिया जाने वाला है, जबकि डुअल-टोन कलर के लिए वेटिंग पीरियड 8-10 माह का बताया जा रहा है.