अयोध्या दौरे पर अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री दानिश अंसारी, वक्फ संपत्तियों और मदरसा शिक्षा पर दिए बड़े बयान
अयोध्या। उत्तर प्रदेश सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री दानिश अंसारी रविवार को अयोध्या पहुंचे। सर्किट हाउस में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया। दौरे के दौरान मंत्री अंसारी ने वक्फ संपत्तियों और मदरसों में लागू किए जा रहे एनसीईआरटी कोर्स को लेकर अहम बयान दिए। वक्फ संपत्तियों पर बोले— यह खुदा की अमानत है, न कि किसी की निजी जायदाद
वक्फ संशोधन अधिनियम को लेकर हो रहे विरोध पर मंत्री अंसारी ने साफ शब्दों में कहा— “वक्फ की संपत्ति खुदा की संपत्ति होती है, यह न किसी व्यक्ति की है और न ही किसी सरकार की। सरकार इसकी व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने की दिशा में गंभीरता से काम कर रही है। कुछ लोग भ्रम फैला रहे हैं, जिनका खुद का वक्फ संपत्तियों पर अवैध कब्जा है।”
उन्होंने अयोध्या का हवाला देते हुए कहा कि शहर में वक्फ की काफी जमीन है, लेकिन वहां गरीब मुस्लिमों के लिए न तो कोई चैरिटेबल हॉस्पिटल है, न स्कूल और न ही स्किल सेंटर। उन्होंने कहा— “वक्फ की ज़मीन का मकसद जरूरतमंदों की मदद होना चाहिए, लेकिन कुछ चुनिंदा लोग इनका गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। विपक्ष अब इस एजेंडे के सहारे मुसलमानों को गुमराह नहीं कर सकता।”
मदरसा शिक्षा में बदलाव— “इस्लाम के साथ-साथ तरक्की का रास्ता भी खुलेगा”
मदरसों में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू करने के सवाल पर मंत्री अंसारी ने कहा— “यह एक सकारात्मक पहल है। जब मुस्लिम छात्र दीन-इस्लाम के साथ एनसीईआरटी का कोर्स भी पढ़ेगा, तो वह आधुनिक शिक्षा से भी जुड़ेगा और तरक्की करेगा। मोदी और योगी सरकार का यही मकसद है— समाज के हर तबके को मुख्यधारा से जोड़ना।”
उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में इस प्रयास के सकारात्मक परिणाम ज़रूर सामने आएंगे।