इंफाल : मणिपुर में हिंसा की आग थमने का नाम नहीं ले रही है। ताजा मामले में महिलाओं की एक भीड़ ने खाली छोड़े गए घरों और स्कूलों में आग लगा दी। इस दौरान फायरिंग और बम विस्फोट भी किए गए। भीड़ ने बीएसएफ के वाहन को भी छीनने की कोशिश की। घटना चुराचांद पुर जिले के तोरबंग बाजार की है। पुलिस ने बताया कि लोगों की भीड़ ने, जिसका नेतृत्व सैकड़ों महिलाएं कर रहीं थी, कम से कम 10 घरों में आग लगा दी।
भीड़ की तरफ से इस दौरान कई राउंड फायरिंग भी की गई और देसी बमों से विस्फोट किए गए। भीड़ ने तोरबंग बाजार स्थित चिल्ड्रेन ट्रेजर हाई स्कूल को भी आग के हवाले कर दिया। एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया कि सैकड़ों महिलाओं के नेतृत्व में लोगों की भीड़ ने हमले किए। महिलाओं को ढाल की तरह इस्तेमाल किया गया था। भीड़ ने बीएसएफ के जवानों से वाहन छीनने की कोशिश की लेकिन जवानों और स्थानीय लोगों ने फायरिंग कर भीड़ के प्रयास को विफल कर दिया।
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा किया गया है, जिसमें मणिपुर में बीते दिनों दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने और सामूहिक दुष्कर्म के मामले में आरएसएस पदाधिकारी और उनके बेटे के शामिल होने का आरोप लगाया गया था। पीड़ित आरएसएस पदाधिकारी की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
मणिपुर पुलिस ने बताया कि उनके साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन को एक शिकायत मिली है, जिसमें एक राजनीतिक दल के पदाधिकारी ने बताया है कि उनकी और उनके बेटे की तस्वीर को कांट-छांट करके वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट पर लगा दिया गया है। पोस्ट के कैप्शन में आरोप लगाया गया है कि पदाधिकारी और उनका बेटा इस अपराध में सीधे तौर पर शामिल हैं। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की जांच चल रही है।