नईदिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिए विशेष साक्षात्कार के दौरान कई मुद्दों पर खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के परिणाम में बीजेपी गठबंधन निश्चित तौर पर 400 सीटों के पार जाएगा. इस दौरान उन्होंने राम मंदिर, आर्टिकल 370 और आरक्षण के मुद्दे को लेकर भी खुलकर बात की. पीएम मोदी के रिटायरमेंट को लेकर की गई अरविंद केजरीवाल की टिप्पणी पर अमित शाह ने कहा, ‘ उनको इतना सुनने की जरूरत नहीं है. मैंने कल स्पष्ट कर दिया है, आज फिर आपके सामने स्पष्ट कर देता हूं, 2029 तक मोदी जी ही प्रधानमंत्री रहेंगे और 29 के बाद भी मोदी जी ही हमारी पार्टी का नेतृत्व करेंगे.’
अरविंद केजरीवाल को लेकर पूछे गए सवाल पर अमित शाह ने कहा, ‘केजरीवाल की याचिका थी कि मैं दोषमुक्त हूं मुझे रिहा कर दीजिए. सुप्रीम कोर्ट ने इसे नहीं माना. फिर उन्होंने याचिका को मोडिफाई किया और कहा कि हमें बेल दे दीजिए वो भी कोर्ट ने स्वीकार नहीं किया. उसके बाद फिर से याचिका को मोडिफाई किया गया और कहा कि चुनाव प्रचार के लिए हमें अंतरिम बेल दीजिए जिसे सुप्रीम कोर्ट ने माना और एक तारीख तक के लिए अंतरिम बेल दी है, दो तारीख को फिर से तिहाड़ जाना है. ‘
क्या केजरीवाल को चुनाव में सिम्पैथी मिलेगी? इस सवाल के जवाब में अमित शाह ने कहा, ‘अंतरिम जमानत के दौरान जहां-जहां वह प्रचार के लिए जाएंगे 100 करोड़ का भ्रष्टाचार दिखाई देगा. किस चीज की सिम्पैथी मिलेगी उनको? एक शख्स एनजीओ चलाकर हमेशा कहता था कि हम कभी राजनीति में नहीं आएंगे, वो राजनीति में आ गए. बाद में कहते थे कि हम सरकार बंगला नहीं लेंगे वो भी ले लिया. बंगला भी ऐसा बनाया जिसमें वो किसी को ले जा नहीं सकते थे. पब्लिक को बाहर जाकर मिलते हैं. भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन चलाकर इतनी प्रसिद्धि पाई और अब खुद सैकड़ों करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार में लिप्त पाए गए.’
विपक्ष के आरक्षण के मुद्दे को लेकर पूछे जा रहे सवाल पर गृह मंत्री ने कहा, ‘आरक्षण के मुद्दे को लेकर सोशल मीडिया पर मेरा फेक वीडियो डाला गया. फेक वीडियो वो बनाते हैं जिन्हें जीतने का भरोसा नहीं होता है. जो बात मैंने कही ही नहीं वह उसमें दिखाई गई. मुख्यमंत्री जी के दफ्तर ने भी उस ट्वीट को आगे बढ़ाया. यही बताता है कि वो आत्मविश्वास खो चुके हैं.’
गृहमंत्री ने कहा, ‘जहां तक आरक्षण की बात है. ये कह रहे हैं कि मोदी जी चार सौ सीटें इसलिए मांग रहे क्योंकि उनको संविधान बदलना है और आरक्षण हटा देना है और ये बात वो खुलकर बोलते हैं, निर्लज्जता से बोलते हैं. उनको मैं बताना चाहता हूं कि 10 साल से केंद्र में पूर्ण बहुमत से बीजेपी सरकार है. हमने अपने पूर्ण बहुमत का उपयोग आरक्षण हटाने के लिए नहीं किया बल्कि धारा 370 हटाने के लिए किया, ट्रिपल तलाक हटाने के लिए किया, जीएसटी लागू करने के लिए किया, राम मंदिर बनाने के लिए किया. अगर आरक्षण हटाने की मंशा होती तो कबका हटा दिया होता. 10 साल से हम सत्ता में हैं. आरक्षण पर आघात कांग्रेस ने किया. कांग्रेस ने कर्नाटक और तेलंगाना में धर्म के आधार पर आरक्षण दिया है. इससे पिछड़ा समाज के आरक्षण पर डाका पड़ा है .धर्म के आधार पर आरक्षण संविधान सम्मत नहीं है.’