मुंबई : बीते कुछ महीनो में महाराष्ट्र के अलग-अलग इलाकों में आईएसआईएस (ISIS) के लिए काम करने वाले कई आरोपियों को एनआईए (NIA) ने अपनी गिरफ्त में लिया है। पकड़े गए आरोपियों के दस्तावेजों और पूछताछ की कड़ी में जांच एजेंसियों को कई महत्वपूर्ण और अहम सुराग हाथ लगे हैं। सूत्रों के मुताबिक जांच एजेंसी को गुरुवार को महाराष्ट्र के संभाजी नगर में पकड़े गए आरोपी से पता चला है कि उसने अफ़गानिस्तान दूतावास से भी संपर्क किया था। यही नहीं इससे पहले पकड़े गए कंप्यूटर इंजीनियर ने तो सीरिया (Syria) में आईएसआईएस के खाते में पैसे भी ट्रांसफर किए थे। इन सनसनीखेज खुलासे के बाद न सिर्फ जांच एजेंसियां बल्कि देश की प्रमुख खुफिया एजेंसियां भी अलर्ट हो गई हैं। दरअसल महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में जिस तरीके से संदिग्धों की धर पकड़ हो रही है उससे आईएसआईएस के महाराष्ट्र में बड़े स्लीपर सेल के सक्रिय होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
केंद्रीय खुफिया एजेंसियों से जुड़े सूत्रों के मुताबिक एनआईए की जांच पड़ताल में पता चला है कि संभाजी नगर में पकड़े गए आरोपी जोहेब खान स्लीपर सेल का सक्रिय सदस्य है। जोहेब ने बीते कुछ समय में अफगानिस्तान दूतावास से संपर्क किया था। जांच इस दिशा में चल रही है कि आखिर क्या यह संपर्क जोहेब ने आईएसआईएस के दिशा निर्देश पर किया था। इसके अलावा वह दूतावास में किससे संपर्क करना चाहता था। इसकी जांच पड़ताल की जा रही है। केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के सूत्रों से मुताबिक एनआईए की पड़ताल के साथ ही अन्य खुफिया एजेंसियां पूरी तरह से सक्रिय हो चुकी है। सूत्रों की माने तो जोहेब ने पूछताछ के दौरान इस बात को कबूल किया है कि वह अफगानिस्तान जाना चाहता था।
खुफिया एजेंसियों से जुड़े सूत्रों के मुताबिक जोहेब ने बीते कुछ दिनों में बतौर स्लीपर सेल के तौर पर एक्टिव रहते हुए आईएसआईएस का नेटवर्क बढ़ाना शुरू किया था। इसके लिए वह बाकायदा लोगों को अपने नेटवर्क से जोड़ रहा था। सोशल मीडिया के अलग-अलग मैसेंजर और अन्य सोशल मीडिया के कनेक्टिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से देश और विदेश में आईएसआईएस के कमांडर से निर्देश भी ले रहा था। बीते कुछ दिनों से सोहेब को लेकर जांच एजेंसी उस पर पैनी नजर रख रही थी। गुरुवार को संभाजी नगर में जब छापेमारी हुई तो उसके साथ कई और लोगों को भी हिरासत में लिया गया। इस दौरान कई ऐसे दस्तावेज भी बरामद हुए हैं जो इस बात की तस्दीक करते हैं कि पकड़ा गया आरोपी आईएसआईएस के स्लीपर सेल को सक्रिय कर देश में बड़ी घटना को अंजाम देने के फिराक में था।
महाराष्ट्र एटीएस से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी बताते हैं जनवरी के महीने में ऐसे ही एक कंप्यूटर इंजीनियर को भी हिरासत में लिया गया था। उसके पास कई इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स और अन्य संदिग्ध उपकरण बरामद किए गए थे। महाराष्ट्र एटीएस के उक्त वरिष्ठ अधिकारी बताते हैं कि जिस कंप्यूटर इंजीनियर को शक के आधार पर हिरासत में लिया गया था उसने पूछताछ में कई बड़े राज उगले हैं। सूत्रों के मुताबिक हिरासत में लिए गए उक्त कंप्यूटर इंजीनियर ने सीरिया में यहां से एक बड़ी रकम भी ट्रांसफर की थी। महाराष्ट्र पुलिस से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी बताते हैं कि बीते कुछ दिनों में जिस तरीके से यहां पर आईएसआईएस से ताल्लुक रखने वाले कई आरोपियों को हिरासत में लिया गया है वह बेहद गंभीर मामला है।
महाराष्ट्र पुलिस से रिटायर्ड अधिकारी उपेंद्र मूलचंद राव कहते हैं कि पिछले महीने भी केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने मुंबई ठाणे और पुणे के पांच अलग-अलग स्थान पर बड़ी छापेमारी की थी। इस दौरान गिरफ्तार किए गए आईएसआईएस के लिए काम करने वाले आरोपियों ने इस बात का खुलासा किया था कि वह एक बड़ा नेटवर्क महाराष्ट्र में बना रहे हैं। उपेंद्र कहते हैं कि गिरफ्तार किए गए लोगों में दक्षिण मुंबई के नागपाड़ा से ताबिश नासिर सिद्दीकी, पुणे के कोंढवा से जुबैर नूर मोहम्मद शेख उर्फ अबू नुसैबा और पड़ोसी ठाणे के पडघा से शरजील शेख और जुल्फिकार अली बड़ौदावाला को गिरफ्तार किया गया था। इन लोगों पूछताछ के बाद ही लगातार महाराष्ट्र में छापेमारी जारी है। महाराष्ट्र पुलिस और एटीएस के अधिकारियों का कहना है कि जिस तरीके से केंद्रीय जांच एजेंसी इस मामले में जांच कर रही है उस आधार पर अभी कई और बड़ी गिरफ्तारियां होनी बाकी हैं।