नई दिल्ली । आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि मोरबी पुल गिरने के बाद भूपेंद्र पटेल को गुजरात के मुख्यमंत्री पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा, गुजरात में मोरबी पुल का पतन बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का परिणाम था। इस घटना में अपनी जान गंवाने वालों के लिए संवेदना, मुख्यमंत्री के पास पद पर बने रहने का कोई नैतिक आधार नहीं है।
सीमए केजरीवाल ने कहा, यह बड़े भ्रष्टाचार का मामला है और इसे दबाने के प्रयास किए जा रहा है। एक घड़ी कंपनी को पुल की मरम्मत करने का ठेका बिना किसी निविदा के दिया गया। प्राथमिकी में न तो कंपनी का नाम न ही मालिक का नाम है।
शहर में योग कक्षाएं बंद करने को लेकर दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल के बीच चल रही खींचतान पर सीएम केजरीवाल ने कहा, पिछले दिसंबर में हमने ‘दिल्ली की योगशाला’ कार्यक्रम शुरू किया था। इसके लिए किसी भी मोहल्ले के 25 लोग योग ट्रेनर को बुला सकते हैं। 11 महीने में 17,000 लोग इसका फायदा उठा रहे थे। आज से यह बंद है।
उन्होंने बिना नाम लिए कहा कि आज से योग की कक्षाएं नहीं होंगी। उन्होंने सत्ता और अहंकार के नशे में ऐसा किया है। इसको लेकर लोगों में खासा आक्रोश है।
उन्होंने कहा कि आज मैं घोषणा करता हूं कि योग कक्षाएं नहीं रुकेंगी। दिल्ली के दो करोड़ लोग इसे शुरू कराएंगे।
उन्होंने कहा, ‘मैंने इस पर पंजाब के मुख्यमंत्री से बात की है। अगर हम गुजरात में सत्ता में आए तो हम दोनों राज्यों में मुफ्त योग कक्षाएं शुरू करेंगे।’
जेल में बंद मंत्री सत्येंद्र जैन को पैसे दिए जाने के आरोप पर केजरीवाल ने कहा कि यह मोरबी पुल ढहने से ध्यान भटकाने की कोशिश है।
उन्होंने कहा, पंजाब चुनाव से पहले उन्होंने कुमार विश्वास को लाया था, अब गुजरात का इतना बुरा हाल है कि पीएम मोदी को तिहाड़ में बंद सुकेश चंद्रशेखरन जैसे ठग की जरूरत है। यह मोरबी से ध्यान हटाने की कोशिश है।