जम्मू: 29 जून को शुरू हुई अमरनाथ यात्रा में अब तक दो लाख से ज्यादा श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके हैं। मंगलवार को 5,433 यात्रियों का एक और जत्था घाटी के लिए रवाना हुआ। श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि पिछले 10 दिनों में दो लाख से ज्यादा यात्रियों ने अमरनाथ यात्रा की है। “आधार शिविर भगवती नगर जम्मू से 5,433 तीर्थयात्रियों का एक और जत्था रवाना हुआ।”
“89 वाहनों में 1,971 यात्रियों को लेकर पहला सुरक्षा काफिला मंगलवार की सुबह 3:13 बजे उत्तरी कश्मीर के बालटाल आधार शिविर के लिए रवाना हुआ।” अधिकारियों ने कहा, “124 वाहनों में 3,462 यात्रियों को लेकर दूसरा सुरक्षा काफिला मंगलवार को सुबह 4:03 बजे दक्षिण कश्मीर के नुनवान (पहलगाम) आधार शिविर के लिए रवाना हुआ।”
मौसम विभाग ने दोनों यात्रा मार्गों पर आंशिक रूप से बादल छाए रहने और दिन में हल्की बारिश की संभावना का अनुमान लगाया है। तीर्थयात्री या तो 48 किलोमीटर लंबे पारंपरिक पहलगाम गुफा मंदिर मार्ग या 14 किलोमीटर लंबे छोटे बालटाल गुफा मंदिर मार्ग से यात्रा करते हैं। पहलगाम मार्ग से जाने वालों को गुफा मंदिर तक पहुंचने में चार दिन लगते हैं, जबकि बालटाल मार्ग का उपयोग करने वाले लोग गुफा मंदिर के अंदर ‘दर्शन’ करने के बाद उसी दिन आधार शिविर में वापस आ जाते हैं।
समुद्र तल से 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा को दुनिया भर के लाखों हिंदू भगवान शिव के घर के रूप में पूजते हैं। इस साल लगभग 300 किलोमीटर लंबे जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर, दोनों यात्रा मार्गों, दो आधार शिविरों और गुफा मंदिर पर सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं, ताकि यात्रा सुचारु और दुर्घटना मुक्त रहे।
दोनों मार्गों पर 124 से ज्यादा ‘लंगर’ स्थापित किए गए हैं। वहीं 7,000 से ज्यादा ‘सेवादार’ यात्रियों की सेवा कर रहे हैं। यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए, रेलवे ने अतिरिक्त ट्रेनें चला रही है। दोनों मार्गों पर यात्रियों के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएं भी उपलब्ध हैं। अमरनाथ यात्रा 19 अगस्त को समाप्त होगी।