लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारी सरकार 6 वर्ष में छह लाख से अधिक नौजवानों को सरकारी नौकरी देने में सफल रही है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी ने मंगलवार को लोकभवन में उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग से चयनित 393 होम्योपैथिक फार्मासिस्ट को नियुक्ति पत्र वितरित किया।
उन्होंने कहा कि ट्रेडिशनल मेडिसिन के क्षेत्र में भारत ने एक लंबी छलांग लगाई है। पहले उत्तर प्रदेश में लोक सेवा आयोग के परिणाम आने में डेढ़ से 2 साल लग जाते थे, लेकिन अब अधीनस्थ सेवा चयन आयोग निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से 6 महीने से 9 महीने के अंदर परिणाम दे रहा है। फरवरी 2023 में उत्तर प्रदेश में ग्लोबल इन्वेटर्स समिट का आयोजन हुआ। इससे प्रदेश को 38 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। इससे एक करोड़ से अधिक नौजवानों को नौकरी मिलेगी।
योगी ने कहा कि आयुर्वेद हमेशा से हमारे जीवन का हिस्सा रहा है। योग प्राचीन काल से भारत की परंपरा के साथ जुड़ा रहा है। होम्योपैथ का उपयोग गांवों में लोग किसी न किसी रूप में करते रहे हैं। लेकिन पहली बार आयुर्वेद, योग, प्रकृति चिकित्सा, सिद्धा और होम्योपैथ को मिलाकर आयुष मंत्रालय का गठन होता है तो इससे भारत की ट्रेडिशनल मेडिसिन को एक नई पहचान मिलती है।
सीएम योगी ने कहा कि पहले आयुर्वेद के लिए चयनित फार्मासिस्ट को सरकारी नौकरी नहीं दी जाती थी, लेकिन आज यह सरकारी व्यवस्था का हिस्सा बन गया है। हमारी सरकार आयुष की सभी विधाओं को प्रोत्साहित कर रही है। हम पांच हजार की आबादी पर योग और वेलनेस सेंटर के लिए युद्धस्तर पर आगे बढ़ रहे हैं। भारत के अंदर हेल्थ टूरिज्म की सबसे ज्यादा संभावना आयुष में है। आज दुनिया इस तरफ देख रही है। इस वजह से हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम हेल्थ टूरिज्म के लिए आने वाले लोगों को वैश्विक स्तर का वातावरण दें।
कार्यक्रम में सीएम योगी ने चयनित कुछ होम्योपैथिक फार्मासिस्ट से संवाद भी किया। हरदोई के मोहम्मद आरिफ ने अपने चयन पर बताया कि वह अपने परिवार के पहले व्यक्ति हैं, जिनका चयन सरकारी सेवा में हुआ है। प्रयागराज के विवेक मिश्र ने कहा कि उनका चयन निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के अंतर्गत हुआ है। देवरिया की संजना भारती ने कहा कि सीएम योगी द्वारा नियुक्ति पत्र प्राप्त करना उनके लिए सौभाग्य की बात है।