नई दिल्ली : भारत और नेपाल की थल सेनाओं के बीच शुक्रवार से उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में ‘सूर्य किरण संयुक्त युद्धाभ्यास-2023’ की शुरुआत हो गई है। इसमें दोनों देशों की सेनाओं के 600 से अधिक जवान भाग ले रहे हैं। यह युद्धाभ्यास 24 नवंबर से 7 दिसंबर तक चलेगा।
यह जानकारी सेना के सार्वजनिक सूचना निदेशालय ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट के जरिए दी। जिसमें बताया गया कि इस साल सूर्य किरण युद्धाभ्यास का 17वां संस्करण (17th edition) आयोजित किया जा रहा है। इससे पहले पिछले साल इस सैन्य अभ्यास का 16वां संस्करण नेपाल में आयोजित किया गया था। सूर्य किरण युद्धाभ्यास की शुरुआत दोनों देशों के बीच वर्ष 2011 में हुई थी। इसके बाद वार्षिक आधार पर क्रमवार रूप से इसका आयोजन किया जा रहा है।
सेना ने एक्स पर बताया कि इस युद्धाभ्यास के जरिए दोनों देशों के द्विपक्षीय रक्षा संबंध मजबूत होंगे। साथ ही युद्धाभ्यास से दोनों सेनाओं के बीच जंगल की लड़ाई में सामंजस्य और एकजुटता से कार्य करने, संयुक्त राष्ट्र के आदेश के तहत पहाड़ी भूभाग पर आतंकवाद रोधी अभियानों के संचालन, मानवीय सहायता और आपदा राहत अभियान को लेकर क्षमता में इजाफा होगा। युद्धाभ्यास के दौरान दोनों देशों की सेनाएं एक-दूसरे की अच्छी आदतों, अनुभवों को भी आपस में साझा करेंगी।