कानपुर: पुलिस ने सुरेश मांझी नामक युवक को भीख मांगने के लिए मजबूर करने के आरोप पर राज नागर और उसकी मां आशा को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने विजय नट सहित गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी है। मांझी ने उसे अंधा और अपंग कर 70 हजार रुपये में राज को बेचने का आरोप लगाया था।
पुलिस अब विजय नट सहित गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। घटना छह माह पहले की है, जब नौकरी की तलाश में घूम रहे सुरेश मांझी नाम के युवक को मछरिया के गुलाबी भवन निवासी उसके परिचित विजय नट ने काम दिलाने के बहाने झाकड़काटी पुल के नीचे अगवा कर लिया और गोरखपुर में बंधक बनाकर रखा।
आरोप है कि विजय ने केमिकल डालकर उसे अंधा बना दिया और उसके अंगों को तोड़कर अपंग भी कर दिया और बाद में उसे नई दिल्ली के नांगलोई में भीख मांगने वाले गिरोह के सरगना राज नगर को 70 हजार रुपये में बेच दिया। डीसीपी (दक्षिण) प्रमोद कुमार ने कहा कि भीख मांगने वाले गिरोह के सरगना राज और उसकी मां आशा को शहर से गिरफ्तार कर लिया गया है।
डीसीपी ने बताया, उन्होंने विजय नट सहित अन्य बंधकों और गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में चौकाने वाले खुलासे किए हैं। एक टीम नांगलोई, नई दिल्ली भी जाएगी और अन्य बंधकों के बारे में जानकारी एकत्र करेगी, जबकि विजय नट की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है।