ऊर्जा मंत्री से आज एशियाई विकास बैंक के कंट्री डायरेक्टर मीस्टर केनिची योकोयामा ने की मुलाकात
प्रदेश में विद्युत व्यवस्था एवं नगरीय विकास के क्षेत्र में सहयोग एवं नवीन तकनीक पर चर्चा हुई
लखनऊ: प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा से आज उनके कार्यालय कक्ष में भारत के लिए एशियाई विकास बैंक के कंट्री डायरेक्टर मि0 केनिची योकोयामा ने अपने प्रतिनिधियों तकेयो कोनिशी एवं विवेक विशाल के साथ मुलाकात की। इस दौरान मंत्री ने एडीबी के प्रतिनिधियों के साथ प्रदेश में ऊर्जा एवं नगरीय विकास के क्षेत्र में आधुनिक तकनीक के प्रयोग तथा नागरिक सुविधाओं को बढ़ाने के सम्भावित क्षेत्रों के विकास पर चर्चा हुई।
एके शर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में एशियन विकास बैंक की सहायता से बहुत से विकास के कार्य किए जा सकते हैं, जिसमें विशेष रूप से ऊर्जा एवं नगर विकास के क्षेत्र में विकास की अपार संभावनाएं हैं। ऊर्जा के क्षेत्र में एडीबी की सहायता से प्रदेश के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में जर्जर तारों को बदलकर उसके स्थान पर एबीसी केबल लगाने और बिजली के आधारभूत संरचना को सुदृढ़ करने के लिए भी सहयोग लिया जा रहा है और आगे भी इन क्षेत्रों में सहयोग मिले इस पर भी चर्चा हुई। साथ ही ट्रांसफार्मर्स एवं फीडरों की ओवरलोडिंग की समस्या से छुटकारा पाने के लिए एडीबी की सहायता से इस पर अध्ययन करने तथा कमियों को दूर करने पर भी चर्चा हुई।
प्रदेश में बिजली के पारेषण एवं वितरण की व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए एडीबी की तकनीकी सहायता लेने तथा प्रदेश में थर्मल, हाइड्रो एवं नवीनीकृत ऊर्जा के उत्पादन को बढ़ाने के लिए भी एडीबी की तकनीकी सहायता एवं मार्गदर्शन मिले इस पर चर्चा हुई। नगर विकास मंत्री ने एडीबी के शिष्टमण्डल के साथ प्रदेश में नगरीय विकास के लिए नगरीय क्षेत्रों की उचित प्लानिंग के साथ नगर के मुख्य क्षेत्रों एवं आसपास के क्षेत्रों में आवागमन की सुविधा बढ़ाने तथा लोगों को सुगम यातायात मिले, इसके लिए सक्षम यातायात विकसित करने के साथ इन क्षेत्रों जल संसाधनों को विकसित करने पर भी चर्चा हुई। इसी प्रकार उत्तर प्रदेश में नगरीय क्षेत्रों की साफ-सफाई से निकलने वाले अपशिष्ट पदार्थों, कूड़ा कचरे के व्यवस्थापन के लिए एडीबी की सहायता मिले, जिससे कि सॉलिड एवं लिक्विड कूड़े के निस्तारण के साथ ही संसाधनों को विकसित करने पर भी बात की गई।
साथ ही एडीबी की तकनीकी ज्ञान एवं सहायता लेने के लिए व्यक्तिगत रूप से रूचि लेते हुए इन विषयों पर विशेष रूप से चर्चा की गई।