कोल्हापुर: 1993 के मुंबई बम धमाकों का दोषी मोहम्मद अली खान की महाराष्ट्र के कोल्हापुर जेल में हत्या कर दी गई। उसे जेल में ही बंद 5 आरोपियों ने सर फोड़कर मौत के घाट उतारा। मोहम्मद अली खान मुबंई सीरियल ब्लास्ट के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। पुलिस की मानें तो मोहम्मद अली खान की हत्या प्रतीक पाटिल, दीपक खोत, संदीप चव्हाण, ऋतुराज इनामदार और सौरभ सिद्ध ने की है, जो पहले से ही किसी अन्य आरोप में जेल में बंद हैं। यह पांचों उसी बैरक में थे, जिसमें पहले से ही अली खान था। ऐसे में अब पुलिस इस जांच में जुट गई है कि इन सभी के बीच किस मामले को लेकर विवाद हुआ था।
गौरतलब हो कि मोहम्मद अली खान जन्म से मुस्लिम नहीं था। इसने बाद में इस्लाम धर्म कबूल किया था। इसका नाम पहले मनोज कुमार भंवरलाल गुप्ता उर्फ मुन्ना था। वह मुंबई सीरियल ब्लास्ट का मास्टरमाइंड था। जिसमें 257 लोगों की जान चली गई थी और हजारों लोग घायल हो गए थे। कोल्हापुर की जेल में 1993 मुंबई ब्लास्ट के चार दोषियों को रखा गया है। जिसमें से एक अली खान भी था।
जानकारी के लिए बता दें कि मोहम्मद अली खान उर्फ मुन्ना कोल्हापुर की जेल में मुंबई बम धमाकों के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। उसने 12 मार्च, 1993 को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की 28 मंजिला इमारत के बेसमेंट में एक जोरदार धमाके किया था, जिसमें 50 लोगों की मौत हो गई था। इतना ही नहीं इसके आधे घंटे बाद दूसरा धमाका एक कार में हुआ और फिर एक के बाद एक धमाकों का सिलसिला शुरू हुआ था। दो घंटे के अंदर पूरे मुंबई में 12 जगहों पर 13 धमाके हुए थे। जहां सिलसिलेवार धमाकों में 257 लोग मारे गए थे और 713 लोग घायल हुए थे।