लखनऊ: भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर उन्हें डासना मंदिर की घटना के सभी पहलुओं से अवगत कराया है। डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती द्वारा पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ दिए कथित विवादित बयान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के बाद इलाके में तनाव फैल गया था। नंद किशोर गुर्जर उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के लोनी विधानसभा सीट से विधायक हैं। दरअसल, 4 अक्टूबर को रात के समय डासना मंदिर के बाहर बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग जमा हो गए थे और उन्होंने कथित रूप से मंदिर पर पथराव किया था।
भाजपा विधायक गुर्जर ने सोमवार को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “आज माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भेंट कर देवी डासना मंदिर के सभी पक्षों से अवगत कराया। मुख्यमंत्री जी ने मामले में शांति बना कर रखने के लिए कहा है। साथ ही उन्होंने कहा किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।” बता दें कि, रविवार को भाजपा विधायक गुर्जर को डासना मंदिर पर हमले के विरोध में बुलाई गई हिंदू महापंचायत में हिस्सा लेने जाते समय रास्ते में ही रोक दिया गया था। उन्होंने रोहिंग्या मुसलमानों को देश से बाहर निकालने की मांग की है और कहा है कि मंदिर पर कथित तौर पर हमला करने वालों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगाया जाना चाहिए।
नरसिंहानंद को पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ उनकी कथित टिप्पणियों के लिए कई एफआईआर और मुस्लिम समूहों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। उन पर आरोप है कि उन्होंने 29 सितंबर को लोहिया नगर के हिंदी भवन में एक कार्यक्रम के दौरान बीएनएस की धारा 302 (जानबूझकर किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए शब्द बोलने या आवाज निकालने के अपराध से संबंधित) का उल्लंघन करते हुए ये टिप्पणियां कीं।
नरसिंहानंद के करीबी सहयोगी अनिल यादव को 11 अक्टूबर को इस मामले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था। छोटा नरसिंहानंद नाम से फेमस अनिल यादव इस मामले में सह-आरोपी है।