मुंबई: नसीरुद्दीन शाह पिछले 40 सालों से फिल्मी दुनिया में सक्रिय हैं। उन्होंने कला और व्यावसायिक दोनों प्रकार की फिल्मों में अपने शानदार अभिनय का जलवा बिखेरते हुए दर्शकों को अपने साथ जोड़ने में सफलता प्राप्त की है। अभिनय के अतिरिक्त नसीर अपने बेबाक अंदाज के लिए भी जाने जाते हैं और जब-तब हर प्रकार के मुद्दे पर खुलकर अपनी राय रखते हैं, फिर चाहे वो किसी को अच्छी लगे या बुरी। नसीर ने अब एक इंटरव्यू के दौरान हाल ही घोषित हुए लोकसभा चुनाव के नतीजों और देश में हिंदू-मुस्लिम की राजनीति पर खुलकर बात की।
नसीर ने ‘द वायर’ से बातचीत करते हुए कहा कि किसी भी चीज का विरोध करना बेहद आसान है, लेकिन किसी चीज का समर्थन करना उतना ही मुश्किल है। जो कुछ भी देश में हो रहा है, उसका सारा दोष नरेंद्र मोदी पर लगाना बेहद आसान है लेकिन क्या ये सच है? नहीं! क्योंकि मोदी के पावर में आने से पहले भी देश में काफी कुछ गलत था। मोदी ने तो बस उन गलत चीजों को फिर से छुआ है और हवा दे दी जो दबी हुई थी।
मुझे याद है बचपन में मुझे मुस्लिम होने पर ताना मारा जाता था और मैं भी दूसरों के धर्म पर टोंट करता था। ये सारी चीजें पहले से थीं। सच तो यह है कि मुस्लिम भी पाक-साफ नहीं हैं। मुस्लिमों ने हमेशा गलत चीजों पर ध्यान लगाया। जब उन्हें शिक्षा और अपनी कौम का ज्ञान बढ़ाने पर काम करना चाहिए था तब वे हिजाब, सानिया मिर्जा की स्कर्ट की लंबाई पर फोकस कर रहे थे।
जब मॉडर्न बातें सिखाई जानी थीं तब मदरसों में ढकेलने पर फोकस किया। उन्होंने मुस्लिम लोगों को फिर से उठने और मुद्दे की बातें करने की अपील की। नसीर का कहना है कि मोदी उस एक परंपरा को फॉलो कर रहे हैं जिसे बहुत पहले कई नेताओं ने किया था और अब इस परंपरा को कई सारे नेता मिलकर चला रहे हैं। इस लिस्ट में योगी आदित्यनाथ भी हैं जो आज भी कहते हैं कि हिंदू-मुस्लिम साथ नहीं रह सकते।