नई दिल्ली : राष्ट्रीय कंपनी विधि अपीलीय न्यायाधिकरण (NCLAT) ने जेट एयरवेज के सफल समाधान आवेदक जालान कलरॉक कंसोर्टियम की उस याचिका को 22 दिसंबर को खारिज कर दिया जिसमें उसने एयरलाइन के विमानों की बिक्री को चुनौती दी थी। इन विमानों को माल्टा की ऐस एविएशन कंपनी को 400 करोड़ रुपये में बेचे जाने की उम्मीद है। कंपनी का दावा है कि उसने पहले ही 50 करोड़ रुपये जमा करा दिए हैं।
एनसीएलएटी के अनुसार, विमानों की बिक्री से एयरलाइन में किसी भी हितधारक के अधिकारों पर असर नहीं पड़ता है क्योंकि बिक्री से प्राप्त राशि एस्क्रो खाते में जमा की जाएगी। इससे प्राप्त राशि को बाद में समाधान योजना के अनुसार वितरित किया जाएगा।
वित्तीय लेनदारों, सफल समाधान आवेदक (जालान कलरॉक कंसोर्टियम) और समाधान पेशेवर के प्रतिनिधियों वाली निगरानी समिति में गतिरोध के कारण नवंबर 2022 में विमान बिक्री प्रक्रिया को रोक दिया गया था। यह बात सामने आई कि एयरलाइन के कर्जदाता विमान की बिक्री के लिए सहमत थे, जबकि कंसोर्टियम और पूर्ववर्ती कर्मचारी इसके विरोध में थे।