नई दिल्ली : इजराइल (Israel) के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) ने बड़ा फैसला लिया है. उन्होंने इजराइल के रक्षा मंत्री याव गैलेंट को हटा दिया है. गैलेंट को बर्खास्त करते हुए नेतन्याहू ने कहा कि जंग के समय उन्हें रक्षा मंत्री पर भरोसा नहीं है. गैलेंट ने पीएम को जवाब देते हुए कहा कि देश की सुरक्षा पहली प्राथमिकता है.
गाजा में जारी युद्ध के दौरान नेतन्याहू और गैलेंट के बीच कई बार मतभेद सामने आए. हालांकि नेतन्याहू ने उन्हें बर्खास्त करने से परहेज किया. नेतन्याहू ने पिछले साल मार्च में जब गैलेंट को बर्खास्त करने का प्रयास किया था तो उनके इस कदम के खिलाफ देश में प्रदर्शन हुआ था. नेतन्याहू के ऐलान के तुरंत बाद गैलेंट ने कहा कि इजराइल की सुरक्षा हमेशा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता रहेगी. उन्होंने कहा कि इजराइल की सुरक्षा मेरे जीवन का मिशन थी और हमेशा रहेगी. गैलेंट और नेतन्याहू दोनों दक्षिणपंथी लिकुड पार्टी के नेता हैं.
नेतन्याहू ने कहा कि उन्होंने दूरियों को पाटने की कोशिश की थी लेकिन वो बढ़ती गई और सार्वजनिक हो गईं. इससे भी बुरी बात यह है कि हमारे दुश्मनों ने इसका आनंद लिया और इससे बहुत लाभ उठाया. गैलेंट ने मध्य पूर्व में इजराइल के युद्ध के संबंध में असहमति व्यक्त की थी. गैलेंट ने कहा कि युद्ध में स्पष्ट दिशा का अभाव है, जबकि नेतन्याहू ने दोहराया कि जब तक गाजा में हमास का सफाया नहीं हो जाता, तब तक लड़ाई बंद नहीं हो सकती.
बेंजामिन नेतन्याहू ने ये फैसला अचानक से इस वजह से लिया क्योंकि इंटेलिजेंस एजेंसियों ने उन्हें जानकारी दी थी अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव में कमला हैरिस जीत रही हैं और नेतन्याहू उनके आने से पहले सारी विरोधियों को हटना चाहते हैं. नेतन्याहू रक्षा मंत्री के साथ साथ आर्मी चीफ और सुरक्षा एजेंसीज के कई बड़े अधिकारियों को भी जल्द बर्खास्त कर सकते हैं. अमेरिकी चुनावों के बीच इजराइल में हुए बदलावों से पेंटागन भी चिंतित है. पेंटागन के मुताबिक, इसके परिणाम गंभीर हो सकते हैं.