नई दिल्ली: दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के शुरू होने से दिल्ली-एनसीआर को विकास की रफ्तार मिलेगी। यात्रा का समय कम होने से रोजगार के अवसर और कारोबार में बढ़ोतरी होगी। पहले चरण में करीब 246 किलोमीटर लंबा हिस्सा आज (रविवार) को यातायात के लिए खोला जा रहा है। इससे दिल्ली और जयपुर की दूरी लगभग 2 से 3 घंटे में तय की जा सकेगी। वहीं, गुरुग्राम और ईस्टर्न पेरिफेरल के रास्ते नोएडा व गाजियाबाद के लोग करीब ढाई घंटे में जयपुर पहुंच पाएंगे।
अगले वर्ष तक एक्सप्रेसवे सीधे आश्रम के पास गोल चक्कर पार्क से जुड़ जाएगा। इसके लिए 60 किलोमीटर लंबी छह लेन चौड़ी कनेक्टिंग रोड बनाई जा रही है। जेवर एयरपोर्ट को भी 30 किलोमीटर लंबे रोड के जरिए एक्सप्रेसवे से जोड़ने का काम चल रहा है। पहले चरण में गुरुग्राम के सोहना से राजस्थान के दौसा तक का हिस्सा यातायात के लिए खोला जा रहा है। मार्च 2025 तक दिल्ली से मुंबई तक करीब 1385 किलोमीटर लंबा पूरा एक्सप्रेसवे यातायात के लिए खोल दिया जाएगा, लेकिन इससे पहले नोएडा का जेवर एयरपोर्ट और दिल्ली की रिंग रोड भी एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएगी।
पहला हिस्सा खुलने से गुरुग्राम से नूंह, मेवात, अलवर और दौसा के बीच की दूरी कम होगी। अभी गुरुग्राम से दौसा तक जाने में पांच से छह घंटे लगते हैं। एक्सप्रेसवे के खुलने से यह दूरी पौने तीन घंटे में तय की जा सकेगी। दिल्ली से जयपुर जाना चाहते हैं तो दिल्ली-जयपुर हाईवे से गुरुग्राम में राजीव चौक से सोहना गुरुग्राम मार्ग से होते हुए सीधे एक्सप्रेसवे पर जा सकेंगे। फिर वहां से दौसा उतरकर जयपुर के लिए जा सकेंगे। जयपुर से दौसा के बीच की दूरी सिर्फ 40 किलोमीटर है।