भाजपा-जेजेपी गठबंधन टूटने की खबरों पर लगा विराम, मनोहर-दुष्यंत की जोड़ी गुजरात सीएम के शपथ-ग्रहण में दिखेगी साथ
नई दिल्ली: मनोहर-दुष्यंत की जोड़ी आज गुजरात सीएम के शपथ-ग्रहण में एक साथ दिखेगी। गुजरात में होने वाले मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण समारोह के अंदर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल तथा उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला सोमवार को चंडीगढ़ से एक साथ गुजरात जाएंगे तथा एक साथ ही गुजरात से शाम को वापस लौटेंगे। प्राप्त जानकारी के अनुसार सुबह सोमवार लगभग 9:30 बजे स्टेट प्लेन से यह दोनों गुजरात के लिए जाएंगे और शाम लगभग 5:00 बजे के आसपास इनकी वापसी होगी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल रविवार को करनाल ब्राह्मण सम्मेलन में गए हुए थे। दुष्यंत चौटाला पानीपत में रविवार को गए हुए थे। करनाल से दुष्यंत चौटाला तथा मनोहर लाल एक साथ इकट्ठे रविवार शाम को चंडीगढ़ लौटे हैं। बीजेपी तथा जेजेपी गठबंधन की हरियाणा सरकार को लेकर पिछले कई दिनों से यह कयास लगाए जा रहे थे कि यह गठबंधन टूटने की अंतिम कगार पर है। मनोहर लाल तथा दुष्यंत चौटाला का इकट्ठा गुजरात जाना यह संकेत दे रहा है कि पिछले लड़ाई महीनों से चल रहे इन अपवाद को अब जल्दी विराम देने के लिए इनकी एक साथ गुजरात यात्रा काफी महत्वपूर्ण साबित होगी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री मनोहर लाल तथा उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला में जबरदस्त सामंजस्य है। जेजेपी की सफल रैली भिवानी के अंदर होने के बाद राजनीतिक घटनाक्रम के चलते इन अफवाहों ने जोर पकड़ लिया था कि अब यह गठबंधन बहुत ज्यादा लंबा चलने वाला नहीं है। जिसका मूल कारण यह माना जा रहा है कि इस रैली के मंच से जहां वृद्धों को मिलने वाली पेंशन 5100 रुपए ना होने की पीड़ा मंच से जाहिर हुई। इसके अलावा अधिकांश वक्ताओं ने हरियाणा के अंदर मिशन 2024 के तहत विधायकों की संख्या 10 से बढ़ाकर सत्ता तक पहुंचने के लिए एकजुट होने की बात कही। इसके साथ-साथ भिवानी रैली के अंदर दुष्यंत चौटाला को अधिकांश वक्ताओं ने मिशन 2024 के लिए जेजेपी का मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किया तथा यहां तक कहा कि अगर बहुमत होगा और सीएम दुष्यंत होंगे तो जनहित के कार्य करने की आसानी रहेगी।
मनोहर लाल और दुष्यंत चौटाला के मुख्यमंत्री गुजरात के शपथ ग्रहण समारोह में एक साथ जाने व आने के कार्यक्रम के तहत यह भी संकेत मिलते हैं कि भारतीय जनता पार्टी का उच्च नेतृत्व दुष्यंत चौटाला पर विश्वास करता है। इसके साथ-साथ भाजपा का हाईकमान यह भी चाहता है कि जहां जहां भाजपा का गठबंधन जिन प्रदेशों में है उसे मजबूती से साथ लेकर चला जाए। इसी कड़ी में दुष्यंत चौटाला का मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ जाना काफी महत्वपूर्ण बन जाता है।
राजनीतिक समीक्षक यह भी मानते हैं कि जेजेपी सुप्रीमो अजय सिंह चौटाला के लंबे राजनैतिक अनुभव के मिल रहे हैं लाभ के कारण दुष्यंत व दिग्विजय दोनों जहां भाजपा से समन्वय स्थापित कर चल रहे हैं। वही जेजेपी के कार्यकर्ताओं को भी एकजुट रखने में बेहद सफल हो रहे हैं। जिसका सबूत भिवानी रैली की सफलता है।