नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के बाटला हाउस से गिरफ्तार ISIS आतंकी मोहसिन अहमद से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की पूछताछ जारी है। मोहसिन आतंकवादी संगठन ISIS के लिए फंड जुटाता था और उसको सीरिया भेजता था। फंडिंग का सारा काम वो क्रिप्टोकरेंसी के जरिए करता था। मोहसिन को लेकर एक बड़ी जानकारी सामने आई है। बताया जा रहा है कि मोहसिन ISIS एजेंट के तौर पर काम कर रहा था लेकिन उसके पीछे एक महिला का हाथ है। उसको इस काम के लिए प्रेरित करने और कट्टर बनाने के पीछे एक महिला का हाथ होने की बात सामने आ रही है। जांच एजेंसियों को अब उस महिला आतंकी की तलाश है क्योंकि उसके मंसूबे कहीं अधिक खतरनाक हैं।
जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्र मोहसिन अहमद को सोमवार कोर्ट में पेश किया गया जहां उसे 16 अगस्त के लिए NIA की कस्टडी में भेज दिया गया है। न्यूज 18 की एक रिपोर्ट के अनुसार मोहसिन उस महिला ‘मास्टर’ का एजेंट है जिसने उसे आतंकवादी संगठन के लिए काम करने के लिए कट्टरपंथी बनाया। ऑपरेशन से जुड़े शीर्ष सूत्रों ने बताया कि खुफिया एजेंसियों ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को इनपुट दिया था, जिसके बाद स्थानीय पुलिस की मदद से अहमद को बाटला हाउस से गिरफ्तार किया गया।
सूत्रों ने दावा किया कि अहमद के पीछे जिस लेडी आतंकी का हाथ है उसका पति जेल में है और वह आईएसआईएस के लिए काम करता था। इस महिला ने आईएसआईएस के लिए फंड जुटाने और उसके साथ काम करने के लिए उसे कट्टरपंथी बनाया। बिहार का रहने वाला मोहसिन बीटेक का छात्र है और टेक्नोलॉजी पर उसकी अच्छी पकड़ बताई जाती है।
सूत्रों के अनुसार यह महिला दक्षिण भारत की रहने वाली है। मोहसिन इसके संपर्क में था। महिला का पति जेल में है लेकिन वह भारत में ISIS का रैकेट चला रही है। महिला पिछले कुछ महीनों से खुफिया एजेंसियों के रडार पर है और वह लगातार भाग रही है।
यह महिला ISIS के मिशन में शामिल होने के लिए युवाओं को कट्टरपंथी बना रही है। मोहसिन टेक्नोलॉजी का जानकार था और वह क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से दूसरे देशों में पैसा भेजने का काम करता था। वह जिस व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ा था अब उसकी भी जांच हो रही है। सुरक्षा एजेंसियों को इसका अंदेशा है कि ऐसे दूसरों छात्रों को भी आईएसआईएस के लिए काम करने के लिए कट्टरपंथी बनाया जा रहा है।
NIA के एक प्रवक्ता के मुताबिक मूल रूप से बिहार के पटना के रहने वाले मोहसिन अहमद को दिल्ली के बाटला हाउस से अरेस्ट किया गया था। जिस जगह वो रह रहा था वहां NIA ने तलाशी ली और बाद में उसे आईएसआईएस की ऑनलाइन और जमीनी गतिविधियों से जुड़े रहने के मामले में गिरफ्तार कर लिया। एनआईए ने 25 जून को इस सिलसिले में मामला दर्ज किया था। उसकी उम्र 21 साल है।