मुंबई। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने कैलाश मानसरोवर यात्रा (Kailash Mansarovar Yatra) के लिए रोड को लेकर बड़ा अपडेट दिया है। मंगलवार को एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने बताया कि पिथौरागढ़ को नेपाल-चीन सीमा (Nepal-China border) से जोड़ती सड़क परियोजना का काम 85 फीसदी पूरा हो चुका है। हालांकि, इस दौरान उन्होंने मौसम संबंधी परेशानियों भी बताईं। केंद्रीय मंत्री ने भरोसा दिया है कि जल्द ही परियोजना का पूरा कर लिया जाएगा।
वाहन उद्योग सम्मेलन और पुरस्कार समारोह 2025 में पहुंचे गडकरी ने कहा, ‘यह बहुत ही मुश्किल काम है, क्योंकि तापमान माइनस 8 डिग्री सेल्सियस तक घट जाता है और मुश्किल हालात के चलते हम साल में सिर्फ 3-4 महीने काम कर पाते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘मैं कोशिश कर रहा हूं। इस बार अप्रैल तक मैं साइट का दौरा करूंगा। यह जल्द तैयार हो जाएगी।’
चीन की लेनी पड़ेगी मदद
सड़क पूरी होने के बाद अब सिक्किम और नेपाल के जरिए यात्रा नहीं करनी पड़ेगी। इस रोड के जरिए यात्री पिथौरागढ़ से मानसरोवर जा सकते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, गडकरी ने साफ किया है कि चीन की 16-17 किमी सड़क की जरूरत पड़ेगी। उन्होंने कहा, ‘जब रोड चीन पहुंचेगी, तो हमारा विदेश मंत्रालय उनके साथ बातचीत शुरू करेगा। काम पूरा हो जाने के बाद तीर्थयात्रियों को नेपाल या सिक्किम होते हुए नहीं जाना होगा। वे पिथौरागढ़ से सीधे कैलाश मानसरोवर पहुंच सकेंगे।’
नए EV की रेंज इतनी होगी
उन्होंने कहा कि भारत में आने वाले इलेक्ट्रिक फोर-व्हीलर की रेंज 400 किलोमीटर तक होगी, जबकि इलेक्ट्रिक स्कूटर की रेंज 120 किलोमीटर होने की उम्मीद है। इन चुनौतियों का समाधान करने के लिए, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण चार्जिंग स्टेशनों से सुसज्जित 670 सड़क किनारे सुविधाओं की स्थापना पर काम कर रहा है।