संभल का एक भी दंगाई बख्शा नहीं जाना चाहिए- कानून व्यवस्था पर समीक्षा बैठक में बोले सीएम योगी आदित्यनाथ
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने जिलों में राजस्व मामलों के निपटारे तथा कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की। इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि जनसुनवाई और राजस्व वादों में लापरवाही-लेटलतीफी कतई स्वीकार नहीं की जाएगी। सीएम ने कहा कि सबकी जवाबदेही तय होगी। मिशन मोड में राजस्व वादों का निस्तारण होना चाहिए।
कानून व्यवस्था को लेकर सीएम योगी ने कहा कि संभल या किसी भी अन्य जिले में अराजकता फैलाने की छूट किसी को नहीं दी जा सकती है। संभल का एक भी उपद्रवी बचना नहीं चाहिए और सार्वजनिक संपत्ति को जिन्होंने नुकसान पहुंचाया है, उनकी पहचान करें।
सीएम योगी ने दिया निर्देश
सीएम ने कहा कि सड़कों पर किए गए अवैध अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया जाए। चेन स्नेचिंग की घटनाओं तथा बाइक स्टंटबाजी को देखते हुए पेट्रोलिंग बढाएं और जीरो टॉलरेंस के साथ कार्रवाई की जाए। 6 दिसंबर को बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर सुनिश्चित करें कि राज्य में कहीं अव्यवस्था न होने पाए।
पाकिस्तान से संभल हिंसा का कनेक्शन!
बीजेपी ने सख्त कार्रवाई की मांग की उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ आतंकवाद विरोधी कानूनों के तहत सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है। ये देशद्रोही हैं और इनके साथ किसी भी तरह की नरमी नहीं बरती जा सकती। दरअसल, संभल हिंसा प्रभावित इलाकों की जांच के दौरान पुलिस को पाकिस्तान और अमेरिका में बने कारतूस मिले हैं।
बीजेपी ने विपक्ष पर साधा निशाना
जिसके बाद इस हिंसा को लेकर सियासत और भी गरमा गई है। बीजेपी अब इसे लेकर विपक्ष पर निशाना साध रही है। आपको बता दें कि संभल हिंसा को लेकर जब पुलिस ने जांच शुरू की तो फोरेंसिक टीम ने सर्च ऑपरेशन के दौरान मौके से पाकिस्तान ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के 9 एफएम के 2 मिसफायर और एक खोखा बरामद किया।
इसके अलावा 12 बोर के 2 खोखे और 32 बोर के 2 खोखे बरामद हुए हैं। हालांकि, पहले पुलिस ने कहा था कि हिंसा में मारे गए लोगों की मौत देशी 315 बोर के हथियारों से हुई है। आपको बता दें कि 24 नवंबर को संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान अचानक हिंसा भड़क गई थी, जिसके बाद भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया था।
सपा विधायक का बेटा मुख्य आरोपी
इस दौरान आगजनी की गई और वाहनों में तोड़फोड़ की गई। इस हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई थी। पुलिस ने इस मामले में 2750 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है, जिनमें से अधिकतर अज्ञात हैं। इस हिंसा मामले में सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क और एक सपा विधायक के बेटे को मुख्य आरोपी बनाया गया है।