भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के पुलिस थाने में सुंदरकांड का पाठ किया गया. इसकी अनुमित देने के मामले में अब पुलिस प्रशासन थाना प्रभारी पर बड़ी कार्रवाई की है. भोपाल पुलिस कमिश्नर हरि नारायणचारी ने मंजूरी देने वाले थाना प्रभारी को ‘कारण बताओ नोटिस’ जारी किया है.साथ ही, यह सवाल भी उठाया जा रहा है कि सुंदरकांड पाठ की अनुमति किस आधार पर दी गई है? अब इसकी जांच होगी.
थाना प्रभारी से इस मामले में स्पष्टीकरण मांगा गया है और उनसे पूछ गया कि किस आधार पर अनुमति दी गई है. बता दें कि बीजेपी नेताओं ने बीते गुरुवार 18 जुलाई को अशोक गार्डन थाने में सुंदरकांड पाठ कर एक कार्यकर्ता का जन्मदिन मनाया था. इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस एमपी में बीजेपी सरकार पर हमलावर है. मामले को लेकर प्रदेश में सियासी पारा गरमा गया है.
वहीं, इस मामले को लेकर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और पीसीसी चीफ जीतू पटवारी डीजीपी से मुलाकात करने दफ्तर पहुंचे हैं. मध्य प्रदेश कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा था कि अगर थाने में सुंदर कांड का पाठ हो रहा है तो अब कांग्रेस बकरीद भी थानों में ही मनाएगी. उन्होंने कहा कि 10 साल तक वह भी प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, लेकिन ऐसा कोई नियम नहीं देखा था.
दरअसल, मध्य प्रदेश नर्सिंग घोटाला मामले में दिग्विजय सिंह बीजेपी के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने गए थे, लेकिन वहां थाने में सुंदर कांड का पाठ चल रहा था, जिसका कांग्रेस ने विरोध किया. कांग्रेस द्वारा इसको लेकर विरोध दर्ज कराया गया, जिसके बाद पुलिस प्रशासन ने अशोक गार्डन थाना प्रभारी के खिलाफ एक्शन लेने का फैसला किया.