उत्तराखंड में चारधाम मंदिर परिसरों के 50 मीटर के दायरे में रील बनाने पर अब मुकदमा दर्ज किया जाएगा

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देहरादून : उत्तराखंड में चारधाम मंदिर परिसरों के 50 मीटर के दायरे में रील, वीडियोग्राफी आदि सोशल मीडिया कंटेंट बनाने पर अब मुकदमा दर्ज किया जाएगा। उत्तराखंड के डीजीपी अभिनव कुमार ने शनिवार को सभी जिला प्रभारियों को इस संबंध में निर्देश जारी किए। डीजीपी ने कहा कि सरकार की ओर से चारधाम के मंदिर परिसरों के 50 मीटर के दायरे में वीडियोग्राफी या अन्य सोशल मीडिया कंटेंट बनाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। इसका सभी मंदिरों के परिसरों में कड़ाई से पालन कराया जा रहा है। अगर कोई ऐसा करता पाया जाता है तो उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा। उन्होंने सोशल मीडिया की निगरानी के भी निर्देश दिए।

रिकॉर्ड संख्या में तीर्थयात्री पहुंचे : केदारनाथ धाम की यात्रा पर इस साल रिकॉर्ड यात्री पहुंच रहे हैं। आठ दिनों में ही 2,15,930 तीर्थयात्री बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं। जो अपने में एक नया रिकॉर्ड भी है। भीड़ नियंत्रित करने के लिए प्रशासन सतर्क है और बिना पंजीकरण वालों को वापस भेजा जा रहा है। इसी अवधि में 1,54,775 तीर्थयात्रियों ने केदारनाथ धाम की पैदल यात्रा कर बाबा केदार के दर्शन किए, जबकि अन्य हेली, डंडी कंडी और घोड़े खच्चर से केदारनाथ पहुंचे हैं।

चार घंटे बत्ती गुल रही : शुक्रवार रात को गौरीकुंड से आगे पैदल मार्ग पर अचानक लाइट गुल हो गई जिससे यहां अधेरे में यात्री चार घंटे तक पैदल मार्ग में फंसे रहे। किसी यात्री द्वारा इसका वीडियो भी बनाया गया। हालांकि, विद्युत निगम ने रात 12 बजे आपूर्ति सुचारु कर दी थी।

गोपेश्वर। ग्यारह हजार फीट पर स्थित श्री रुद्रनाथ गुफा मंदिर के कपाट शनिवार को स्वति वाचन, शिव महिमन स्रोत और रुद्री पाठ के साथ ब्रह्म मुहुर्त पर खुल गए हैं। भगवान भोलेनाथ के पांच केदारनाथ में से रुद्रनाथ एक है। 22 किमी की कठिन पैदल और हिमालयी ऊंचाई तय कर सैकड़ों शिव भक्त रुद्रनाथ के दर्शन को पहुंचे हुए थे।

मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने शनिवार को नई दिल्ली से वर्चुअल माध्यम से चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन को और प्रभावी बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आने वाले सालों में यात्रा और अधिक बढ़ने वाली है लिहाजा सरकार बेहतर प्रबंधन के लिए यात्रा प्राधिकरण पर भी विचार करेगी। उन्होंने मुख्य सचिव को इस बाबत सभी पहलुओं का ध्यान रखने को कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु को चारधाम के दर्शन करवाना हम सभी की जिम्मेदारी है। सभी को श्रद्धालुओं का सहभागी बनकर यात्रा संपन्न करवानी है। उन्होंने यात्रा को लेकर अफसरों को अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जितने भी पड़ाव स्थल हैं, वहां पर मूलभूत सुविधाओं के साथ ही शौचालयों की संख्या भी बढ़ाई जाए।

बदरीनाथ यात्रा मार्ग पर मोबाइल खाद्य परीक्षण टीम ने शनिवार को चमोली बाजार में 70 खाद्य पदार्थों के नमूने लेकर मौके पर ही जांच की गई। बदरीनाथ यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों को सुरक्षित और गुणवत्ता युक्त भोजन की उपलब्ध करने के उद्देश्य से शनिवार को एफडीए उत्तराखंड एवं जिला प्रशासन, चमोली की संयुक्त टीम ने यात्रा मार्ग पर सघन निरीक्षण अभियान चलाया।

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