नई दिल्ली : अयोध्या में राम मंदिर बन कर लगभग तैयार है। इसी महीने 22 तारीख को वहां प्राण प्रतिष्ठा होनी है। उस अवसर पर तो गणमान्य व्यक्ति और वीवीआईपी व्यक्ति ही रामलला के दर्शन कर पाएंगे। लेकिन उसके कुछ दिनों के बाद ही मंदिर को आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। देश भर के लोग रामलला का नव-निर्मित मंदिर में दर्शन और पूजन कर सके, इसके लिए रेल मंत्रालय देश के विभिन्न इलाकों से सीधी रेलगाड़ी अयोध्या के लिए चलाने की तैयारी कर रहा है। इन रेलगाड़ियों का नाम आस्था ट्रेन होगा.
रेलवे बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पिछले सप्ताह ही रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ने एक महत्वपूर्ण बैठक की थी। इस दौरान बताया गया कि राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद देश के विभिन्न इलाकों से अयोध्या के लिए सीधी आस्था ट्रेन चलाने की योजना है। ये ट्रेनें इस साल मार्च तक चलेंगी। इन्हें स्पेशल ट्रेनों की तरह चलाया जा सकता है।
उक्त अधिकारी ने बताया कि आस्था ट्रेनों में एक ही क्लास होगा। वह होगा दूसरा दर्जा मतलब कि जनरल डिब्बा। पूरी ट्रेन 22 डिब्बे की होगी। इसमें आगे और पीछे एक-एक गार्ड वाला डिब्बा लगाया जाएगा। शेष 20 डिब्बे सेकेंड क्लास के होंगे। ये ट्रेन रिजर्व चलेंगे या अनरिजर्व, इस बारे में अभी कोई सूचना नहीं मिली है। माना जा रहा है कि ये ट्रेन अनरिजर्व ही चलेंगे।
मुंबई मुख्यालय वाले पश्चिम रेलवे ने अभी पांच आस्था ट्रेन चलाने की तैयारी की है। ये ट्रेन मध्य प्रदेश के इंदौर, गुजरात के भावनगर, राजकोट, अहमदाबाद और सूरत से चलेंगे। यह अयोध्या जाकर फिर जहां से चली थी वहां के लिए लौट जाएंगे। अभी जो तैयारी हुई है, उसके मुताबिक इंदौर से अयोध्या के बीच चलने वाली ट्रेन आगामी तीन फरवरी से चल सकती है। भावनगर से अयोध्या के बीच चलने वाली आस्था ट्रेन आगामी नौ फरवरी से चल सकती है। राजकोट, अहमदाबाद और सूरत से अयोध्या के बीच चलने वाली ट्रेन की शुरुआत आगामी 10 फरवरी से हो सकती है।
वेस्टर्न रेलवे ने अभी जो योजना बनाई है, उसके मुताबिक अहमदाबाद और राजकोट से चलने वाली ट्रेन हर रोज यानी डेली चल सकती है। इसके लिए रेलवे ट्रेन के चार रैक की व्यवस्था कर रहा है। सूरत से चलने वाली ट्रेन सप्ताह में दो दिन चल सकती है। इसके लिए रेलवे दो रैक की व्यवस्था कर रहा है।