नई दिल्ली (New Delhi) । भारत (India) से पाकिस्तान (Pakistan) पहुंचने के कुछ दिनों के बाद अंजू (Anju) ने नसरुल्लाह (Nasrullah) से निकाह कर लिया। उसने अपना धर्म परिवर्तन भी करवा लिया। दोनों पाकिस्तान में अपनी जिंदगी जी रहे हैं। हाल ही में अंजू को पाकिस्तान के बिजनेसमैन ने प्लॉट समेत कई महंगे गिफ्ट भी दिए थे, जिसके बाद सवाल उठ रहे कि क्या अंजू कभी भारत वापस लौटेगी या नहीं। अब तस्वीर लगभग साफ हो गई है। दरअसल, अंजू का वीजा (Visa) पाकिस्तान सरकार ने बढ़ा दिया है। अब माना जाने लगा है कि भारत से अपने बच्चों और पति को छोड़कर गई अंजू शायद ही वापस लौटे। इन सब खेल के पीछे नसरुल्लाह का दिमाग है, जोकि पड़ोसी मुल्क में बैठकर कोई बड़ा गेम खेलने की कोशिश में है।
पहले एक महीने का वीजा जारी किया गया था
अंजू को पिछले हफ्ते इस्लामाबाद में नसरुल्ला के साथ देखा गया था, जबकि वीजा शर्तों के मुताबिक, वह केवल खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के अपर दीर जिले में ही यात्रा कर सकती थी। बता दें कि पाकिस्तान और भारत एक दूसरे देश से आने वाले लोगों को अपने यहां कुछ खास शहरों में आवाजाही से प्रतिबंधित करते हैं। पाकिस्तान के आंतरिक मंत्रालय के दस्तावेजों के मुताबिक, अंजू को केवल ऊपरी दीर जिले के लिए एक महीने का वीजा जारी किया गया था।
अब खबर है कि अंजू का वीजा दो महीने के लिए बढ़ा दिया गया है और वह पाकिस्तान में ही रहेगी। अंजू औपचारिक तौर पर वीजा लेकर पाकिस्तान गई थी। उसका वीजा 20 अगस्त को खत्म हो रहा था और उसे सिर्फ अपर दीर में ही रहने की मंजूरी दी गई थी। लेकिन नसरुल्ला के साथ जब अंजू इस्लामाबाद पहुंची इस बात को लेकर अंदाजा लगाया जाने लगा कि शायद दोनों वीजा विस्तार के लिए आए हैं। खुद नसरुल्ला ने बताया कि अंजू का वीजा बढ़ाया जा चुका है।
अंजू को एक साल का वीजा दिया जाएगा
नसरुल्ला ने एक उर्दू समाचार को बताया, “फातिमा (अंजू) का वीजा शुरू में दो महीने के लिए बढ़ाया गया है और उम्मीद है कि बाद में उसे एक साल का वीजा दिया जाएगा। तब फातिमा यहां स्थायी रूप से रहने की योजना बनाएगी।” नसरुल्ला ने यह भी कहा कि वह चाहते हैं कि भारत सरकार अंजू के 15 साल से कम उम्र के दोनों बच्चों को पाकिस्तान जाने और अपनी मां के साथ रहने की अनुमति दे।
नसरल्ला ने अंजू के भारत लौटने और अपने बच्चों को वहां देखने की संभावना से इनकार कर दिया। उसने कहा, “आपको खुद ही सोचना चाहिए कि अगर अंजू भारत वापस चली गई तो उसके साथ क्या किया जाएगा।” नसरल्ला ने कहा कि फातिमा (अंजू) अब ऊपरी दीर के स्थानीय रीति-रिवाजों और परंपराओं के अनुसार अपना जीवन जिएगी। नसरल्ला ने कहा कि उसने अपनी पत्नी को यह समझाया है। हालांकि, नसरल्ला ने कहा कि अंजू को काम करने की अनुमति दी जाएगी और वह उनकी कंपनी में जॉब कर सकती है। उन्होंने कहा कि फातिमा फिलहाल स्थानीय मीडिया से बात नहीं कर रही हैं क्योंकि इससे दिक्कत हो सकती है, लेकिन वह बाद में स्थानीय पत्रकारों से बात करेंगी।
हालांकि, पिछले दिनों अंजू की बेटी का जिस तरह का बयान सामने आया है, उससे साफ है कि वह पाकिस्तान के बजाए भारत में ही अपने पित अरविंद के साथ रहना चाहती है। पिछले दिनों अंजू के भारत के रहने वाले पति अरविंद ने बताया था कि उनकी बेटी काफी समझदार है और उसने अपनी मां को साफ कर दिया है कि उसे वापस आकर शक्ल दिखाने की कोई जरूरत नहीं है।
ISI के इशारे पर बढ़ाया गया वीजा
कहा तो यहां तक जा रहा है कि अंजू का वीजा पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के इशारे पर बढ़ाया गया है। दरअसल ISI पाकिस्तान से भारत आई सीमा हैदर का बदला लेना चाहती है। नेपाल के रास्ते अवैध रूप से भारत में घुसी सीमा हैदर के मामले में भारतीय एजेंसियां जांच कर रही हैं। फिलहाल उसे वापस पाकिस्तान भेजने को लेकर कोई बयान नहीं आया है। ऐसे में ISI चाहती है कि वह भी अंजू को पाकिस्तान में ही रखे।
कहा जा रहा है कि अंजू का ब्रेनवॉश किया गया है और अब वह आईएसआई के इशारों पर चल रही है। अंजू ने कुछ दिनों पहले कहा था कि भारत में उसके बारे में तरह-तरह की बातें हो रही हैं। अंजू पाकिस्तान की मीडिया के सामने उस मुल्क और वहां के लोगों की तारीफ करती है। कुछ दिनों पहले अंजू को इस्लामाबाद में सम्मानित किया गया था।
अंजू को गिफ्ट किसके कहने पर मिले?
अंजू मामले में लगातार आईएसआई को भी संदेह की नजरों से देखा जा रहा है। नसरुल्लाह और उसकी पूरी प्लानिंग के पीछे पाकिस्तानी की खुफिया जांच एजेंसी आईएसआई का भी हाथ माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि आईएसआई और पाकिस्तान सरकार के निर्देश पर ही पाकिस्तानी बिजनेसमैन ने गिफ्ट दिए हैं। अंजू को पिछले दिनों पाक बिजनेसमैन मोहसिन खान अब्बासी प्लॉट के अलावा कैश भी गिफ्ट में दिया था। उन्होंने अंजू का इस्लाम धर्म में स्वागत करते हुए कहा था कि ताकि इन्हें यह अहसास नहीं हो कि इस्लाम कबूल करने के बाद उन्हें कोई मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। अंजू को पाकिस्तान को ही अब अपना घर समझना चाहिए और यही उसका ससुराल है।
चार साल पहले दोस्त बने थे अंजू-नसरुल्लाह
अंजू और नसरुल्लाह की दोस्ती चार साल पहले साल 2019 में सोशल मीडिया के जरिए हुई थी। दोनों फेसबुक के जरिए पहले एक-दूसरे के दोस्त बने और फिर बातचीत बढ़ गई। धीरे-धीरे दोस्ती प्यार में तब्दील होती चली गई और कुछ दिनों पहले ही अचानक अंजू घर वालों को बिना बताए पाकिस्तान के लिए निकल पड़ी। वह टूरिस्ट वीजा पर पाकिस्तान गई और वहां पहुंचकर अपने पति अरविंद को जब इसकी जानकारी दी, तो पूरे परिवार के होश उड़ गए। शुरुआत में वह कहती रही कि 20 अगस्त को वीजा खत्म होने के पहले भारत लौट आएगी, लेकिन अब जैसे-जैसे दिन करीब आ रहा है, उसने अपना वीजा भी बढ़वा लिया।
अब चूंकि इस मामले में जांच एजेंसियों की भी एंट्री हो चुकी है, इस वजह से इस बात की संभावना न के बराबर रह गई हैं कि अंजू वापसी करे। यदि वह यहां आती है तो उसे पूछताछ का भी सामना करना पड़ सकता है और दोबारा उसकी पाकिस्तान वापसी भी मुश्किल हो जाएगी। इस वजह से अंजू के भारत लौटने की उम्मीद बहुत कम हो चुकी है।