अब 23,258 रुपये की EMI के बदले आपको चुकाने होंगे 27,387 रुपये, जानें RBI के फैसले का असर, समझें पूरा ‘गणित’
नई दिल्ली/मुंबई, जहां एक तरफ आज RBI ने महंगाई को काबू में लाने के मकसद से द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में नीतिगत दर रेपो रेट को 0.35 %और बढ़ाकर 6.25 % कर दी है। वहीं इसके साथ ही केंद्रीय बैंक ने चालू वित्त वर्ष 2022-23 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि दर के अनुमान को 7%से घटाकर 6.8% कर दिया है।
बढेगा EMI, डालेगा आपकी जेब पर डाका
ऐसे में अब मार्च के महीने में जो लोग अब तक 30 लाख के होम लोन (Home Loan) के लिए 23,258 रुपये की EMI का भुगतान कर रहे थे, उन्हें अब इसे बढ़ाते हुए 27,387 रुपये का भुगतान करना होगा. मतलब साफ है कि इस दौरान आम लोगों की EMI (Home Loan EMI) में करीब 4 हजार रुपये का इजाफा हो चुका होगा.
हालांकि आपके आपके होम लोन की EMI पर असर काफी हद तक लोन की शेष अवधि पर निर्भर होगा. ऐसे में इस वर्ष मई के बाद से 2.25% का इजाफा होने के कारण बैलेंस टेन्योर जितना ज्यादा होगा, आपकी EMI में उतने प्रतिशत की वृद्धि हो जाएगी. इस तरह देखा जाए तो इस साल मार्च में 20 साल के लिए गए 30 लाख रुपये के होम लोन पर अगर ब्याज रेट इस साल अप्रैल में 7% से बढ़कर जनवरी 2023 में 9.25% हो जाती है, तो आपकी इस प्रारूप में ली गयी EMI 23,258 रुपये से बढ़कर अब लगभग 27,387 रुपये हो जाएगी.
क्या है ‘रेपो रेट’
रेपो रेट वह ब्याज दर है, जिसपर वाणिज्यिक बैंक अपनी फौरी जरूरतों को पूरा करने के लिये केंद्रीय बैंक से कर्ज लेते हैं। इसमें वृद्धि का मतलब है कि बैंकों और वित्तीय संस्थानों से लिया जाने वाला कर्ज महंगा होगा और मौजूदा ऋण की मासिक किस्त (EMI) बढ़ेगी।
इस बार ‘रेपो रेट’ बढ़ी कम
हालांकि, रेपो रेट में वृद्धि की यह गति पिछली चार बार की वृद्धि के मुकाबले इस बार कम है और बाजार इसकी उम्मीद कर रहा था। इस बार RBI मुख्य रूप से मुद्रास्फीति को काबू में लाने के लिये इस साल मई से लेकर अबतक कुल पांच बार में रेपो दर में 2.25% की वृद्धि कर चुका है। इससे पहले, मई में रेपो दर 0.40% तथा जून, अगस्त तथा सितंबर में 0.50-0.50% बढ़ाई गयी थी।