लखनऊ: टीवी सीरियल रामायण के ‘राम’ और मेरठ के नवनिर्वाचित सांसद अरुण गोविल ने कहा कि अब मेरठ रावण की ससुराल नहीं, राम का घर है। अब रावण की ससुराल से मेरठ को संबोधित करना लोग बंद कर दें। राम का यह घर हो गया है। मेरठ के विकास को लेकर कहा कि विकास की कोई लिमिट नहीं है, यह अनवरत प्रक्रिया है। विकास को लेकर तेजी से काम होगा, मिलकर प्रयास करेंगे। मेरठ को सुंदर और विकसित बनाएंगे।
सांसद बनने के बाद बुधवार को कैंट स्थित एडवोकेट हाउस पर सुबह से नवनिर्वाचित सांसद अरुण गोविल से मिलने वालों और बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। राज्यसभा सांसद डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी, ऊर्जा राज्य मंत्री डा. सोमेन्द्र तोमर, मेयर हरिकांत अहलूवालिया, कैंट विधायक अमित अग्रवाल से लेकर सैकड़ों भाजपा नेता, कार्यकर्ता, व्यापारी नेता कमल ठाकुर, नीरज मित्तल, गणेश अग्रवाल आदि उनसे मिलने पहुंचे और बधाई दी। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि मेरठ की जनता ने जो जिम्मेदारी दी है, उससे और अच्छा करने की कोशिश करुंगा। जो अच्छा होगा, वह आपको दिखेगा।
उन्होंने कहा कि रावण की ससुराल पहले थी, चार जून के बाद से यह राम का घर हो गया है। ‘राम का राजपाट कैसा रहेगा’ इस सवाल पर उन्होंने कहा कि राजा को जरुरत नहीं होती है कि राजपाट कैसे चलेगा। वह तो सभी के साथ मिलकर चलेगा। ‘जनता के लिए क्या कहेंगे’ इस सवाल पर कहा कि जनता के लिए कहा नहीं जाता, करके दिखाना पड़ेगा। सभी वरिष्ठ लोगों के साथ मिलकर करके दिखाएंगे। अरुण गोविल ने कहा कि मेरठ अपना घर था और घर रहेगा। अयोध्या और राम मंदिर के सवाल पर कहा कि चुनाव और रिजल्ट से इसे जोड़ा नहीं जाना चाहिए। अयोध्या और राम मंदिर आस्था का विषय है।
परिणाम अपेक्षित नहीं, वजह तो संगठन देखेगा
मीडिया से बातचीत में कम अंतर से जीत का दर्द भी छलका। सांसद अरुण गोविल ने मेरठ के परिणाम पर कहा कि जिस तरह से परिणाम की अपेक्षा थी, वैसा नहीं रहा। वजह क्या रही, यह संगठन देखेगा। संगठन के स्तर पर विचार किया जाएगा। ‘जीत का श्रेय किसे देंगे’ इस सवाल पर उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता, जनता सबको जीत का श्रेय जाता है।