नई दिल्ली. जहां एक तरफ इस साल उत्तराखंड (Uttrakhand) में चार धाम के दर्शन (CharDham Yatra) के लिए रिकॉर्ड 50 लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे थे। वहीं इस साल भक्तों का तांता तीर्थस्थलों से जैसे टूटा ही नहीं। चाहे बारिश हो या बर्फबारी, इन सबके बीच भी 4 धाम के दर्शन के लिए यात्री पहुंचते रहे। जिसके चलते तीर्थस्थलों पर काफी भीड़ भी देखी गई। इन कुछ कारणों के चलते धाम में काई बार ‘जाम’ जैसी स्थितियों का लोगों को सामना करना पड़ा।
देखा जाए पर्यावरण संरक्षण के हिसाब से भी इतनी बड़ी संख्या में यात्रियों का एक जगह पहुंचना सही नहीं माना जाता है। ऐसे में अब उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार चारधाम यात्रा को लेकर एक बड़ा निर्णय लेने जा रही है। दरअसल ‘धामी सरकार’ में पर्यटन मंत्री सतपाल महराज ने बताया कि विशेषज्ञों से बात करके एक ऐसा नियम बनाने पर चर्चा की जा रही है, जिससे की एक व्यक्ति अब साल में एक ही बार चारधाम की यात्रा कर सके। हालांकि इस बाबत अगले साल की यात्रा शुरू होने से पहले इस पर फैसला कर लिया जाएगा।
दरअसल मंत्री सतपाल के अनुसार अब चार धाम की यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों का आधार कार्ड के जरिए रिकॉर्ड भी रखा जाएगा। हालांकि इस पर अभी फैसला होना है, साथ ही विशेषज्ञों से बात जारी है कि, कैसे आधारकार्ड से इस मामले में मदाद ली जा सकती है। गौरतलब है कि 2023 में चारधाम यात्रा के दौरान जनपद में यात्रा मार्ग के मुख्य पड़ावों पर स्वास्थ्य सुविधाएं चाक चौबंद रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं। पता हो कि बीते 19 नंवबर को बद्रीनाथ धाम के कपाट दर्शन हेतु बंद कर दिए गए थे। हालांकि 6 महीने बाद ‘चार धाम’ यात्रा फिर शुरू होगी।