यूपी एसटीएफ ने यह खुलासा कर दिया कि अहमदाबाद से सिपाही भर्ती का पेपर लीक हुआ था लेकिन अभी तक आरओ-एआरओ का पेपर कहां से और कैसे लीक हुआ, यह पता नहीं चला है। इस संबंध में लोक सेवा आयोग के सचिव ने सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। इसका खुलासा करने के लिए एसटीएफ और कौशाम्बी पुलिस राजीव नयन मिश्र को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। राजीव ही वह शख्स है कि जिसने पेपर लेकर डॉक्टर शरद और राजीव खत्री को बेचा था। इसके बाद अभ्यर्थियों को पेपर बेचकर उनसे लाखों की कमाई की थी।
एसटीएफ ने इस प्रकरण में जब 15 मार्च को बर्खास्त सिपाही अरुण सिंह के पास से जो पेपर बरामद किया था, उसके बार कोड और क्रमांक से पता चला कि था सामान्य अध्ययन का पेपर एमएलएमएल इंटर कॉलेज रिकाबगंज, अयोध्या और सामान्य हिन्दी का पेपर शिव प्रताप सिंह इंटर कॉलेज, अमेठी में बने परीक्षा केंद्र का है। लेकिन दोनों पेपर कहां से लीक हुए, यह पता नहीं चला। एसटीएफ को आशंका है कि सिपाही भर्ती की तरह ही आरओ-एआरओ का पेपर भी प्रिंटिंग प्रेस से लीक हो सकता है। इस संबंध में एसटीएफ ने पहले ही लोकसेवा आयोग से पत्राचार करके जानकारी मांगी थी। इस केस में अभी व्यापम घोटाले के आरोपी डॉक्टर शरद सिंह और रवि अत्री समेत अन्य वांटेड हैं।