1 फरवरी से UPI ID में स्पेशल कैरेक्टर्स होने पर ऑनलाइन पेमेंट नहीं हो पाएगा

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नई दिल्ली : नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) की ओर से बीते दिनों नियमों में बदलाव किया गया है और साफ किया गया है कि अब UPI ID में कोई स्पेशल कैरेक्टर्स नहीं शामिल किए जा सकते हैं। प्लेटफॉर्म ने साफ किया है कि 1 फरवरी, 2025 के बाद UPI IDs या ट्रांजैक्शन ID में स्पेशल कैरेक्टर्स होने पर पेमेंट फेल हो जाएगा। अगर आपकी UPI ID में स्पेशल कैरेक्टर है तो आपको फौरन बदलाव करना होगा।

बीते 9 जनवरी को NPCI की ओर से एक सर्कुलर जारी किया गया था, इसमें नए नियमों का जिक्र किया गया है। इनमें साफ कहा गया है कि अब UPI ट्रांजैक्शन ID केवल अल्टान्यूमेरिक हो सकती है। यानी उसमें केवल नंबर और लेटर्स हो सकते हैं और कोई स्पेशल कैरेक्टर उसका हिस्सा नहीं होने चाहिए। अगर किसी भी ट्रांजैक्शन ID में स्पेशल कैरेक्टर हुए तो उसे सिस्टम अपने आप रिजेक्ट कर देगा।

NPCI का यह निर्देश 1 फरवरी, 2025 से बदलने वाला है. एनपीसीआई ने यूपीआई ऑपरेटरों को यह बात स्पष्ट कर दिया है कि उन्हें UPI ट्रांजेक्शन आईडी के लिए अल्फान्यूमेरिक कैरेक्टर का इस्तेमाल करना शुरू कर देना चाहिए, नहीं तो सेंट्रल सिस्टम उस ऐप से किसी भी यूपीआई ट्रांजेक्शन की अनुमति नहीं देगा. इस इंस्‍ट्रक्‍शन का पालन करने की जिम्मेदारी पेमेंट ऐप पर है.

एनपीसीआई ने यह फैसला ऐसे समय लिया है जब खुदरा पेमेंट ऑपरेटर्स लेनदेन के लिए यूपीआई के विकल्प के इस्तेमाल को बढ़ाने का लक्ष्य बना चुके हैं. भारत में साल 2016 में हुई नोटबंदी के बाद से ही डिजिटल लेनदेन तेजी से उभरा है. इसके अलावा, विदेशों में भी यूपीआई ट्रांजेक्‍शन हो रहे हैं. श्रीलंका, भूटान, यूएई, मारिशस और फ्रांस में यूपीआई ट्रांजेक्‍शन हो रहे हैं.

नेशनल पेमेंट्स इंटरफेस ऑफ इंडिया ने पहले ही लोगों को यूपीआई आईडी के लिए स्पेशल कैरेक्टर्स की जगह अल्फान्यूमेरिक कैरेक्‍टर्स का इस्तेमाल करने की सलाह दी थी. जिसके बाद कई लोगों ने इसका इस्‍तेमाल करना शुरू कर दिया, लेकिन अभी भी कुछ यूजर्स इसका पालन नहीं कर रहे हैं. अब एनपीसीआई इसका पालन करवाने के लिए सख्ती अपनाने जा रहा है.

केंद्रीय प्रणाली ऐसे सभी ट्रांजेक्‍शन को एक्‍सेप्‍ट नहीं करने को कहा है, जिसके यूपीआई आईडी में स्पेशल कैरेक्‍टर्स जुड़े हों. इसके अलावा, एनपीसीआई ने सभी बैंकों को इसका सख्‍ती से अनुपालन करने की भी सलाह दी है.

वैसे तो लोकप्रिय पेमेंट ऐप्स अपने आप UPI ID जेनरेट कर देती हैं लेकिन यूजर्स को अपनी कस्टम UPI ID बनाने या फिर मौजूदा ID में बदलाव करने का विकल्प मिलता है। अगर आपकी मौजूदा UPI ID में कोई स्पेशल कैरेक्टर है और उसे एडिट करने का विकल्प मिल रहा है, तो स्पेशल कैरेक्टर्स हटा दें। इसके अलावा चुनिंदा पेमेंट ऐप्स अपने आप मौजूदा ID में बदलाव कर देंगे।

नए नियम 1 फरवरी से लागू होने का मतलब है कि अगर आपने समय रहते बदलाव नहीं किए तो आप UPI पेमेंट नहीं कर पाएंगे। अगर बार-बार UPI पेमेंट्स फेल होते हैं तो इसकी वजह भी आपकी UPI ID या ट्रांजैक्शन ID में स्पेशल कैरेक्टर्स होना हो सकती है।
उदाहरण से समझना होगा आसान

आसानी से समझना चाहते हैं तो अगर आपका फोन नंबर 994455778866 है और आपका बैंक HDFC बैंक है तो पेमेंट ऐप्स आपकी UPI IDs खुद बना देते हैं। जैसे कि 994455778866@okhdfcbank आपकी ID हो सकती है। हालांकि, अब इसके जरिए पेमेंट नहीं किया जा सकेगा और केवल 994455778866okhdfcbank जैसी IDs ही वैलिड होगी। इसके अलावा अगर आपने कस्टम UPI ID बनाई है तो उसमें भी बदलाव करना होगा।

मसलन अगर आपने rohit@sharma@upi जैसी ID बनाई है तो अब इसमें से स्पेशल कैरेक्टर्स हटाने होंगे। ऐसे में आपकी ID को rohitsharmaupi जैसा कुछ करना होगा।

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