आज हम दुनिया के सबसे महंगे स्कूलों में से एक ऐसे स्कूल की बात कर रहे हैं, जहां एक साल की फीस CHF (स्विस फ्रैंक स्विट्जरलैंड की ऑफिशियल करेंसी) 125,000 यानी तकरीब 1 करोड़ 12 लाख रुपये से ज्यादा है. हम बात कर रहे हैं Institut Le Rosey की, जो स्विट्जरलैंड के रोले शहर में स्थित है. इस स्कूल की स्थापना साल 1880 में पॉल एमिल कर्नल ने की थी.
यह स्विट्जरलैंड के सबसे पुराने बोर्डिंग स्कूलों में से एक है और दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित और महंगे स्कूलों में से एक है, जिसके लिए इसे “स्कूल ऑफ किंग्स” के रूप में भी जाना जाता है.ये दो कैंपस वाला अकेला बोर्डिंग स्कूल है, जिसमें टेनिस कोर्ट, शूटिंग रेंज , एक्वेस्ट्रेन सेंटर और £40 million यानी करीब 4 अरब की लागत से बना हुआ कॉन्सर्ट हॉल है.
इस स्कूल के कैंपस में स्टूडेंट्स के लिए स्की रिसॉर्ट है, जहां जनवरी से मार्च में विंटर कैंप के दौरान स्टूडेंट्स, फैकल्टी के लोग और बाकी स्कूल स्टाफ स्कीइंग का लुत्फ उठाते हैं. 450 स्टूडेंट्स को पढ़ाने के लिए 200 टीचर हैं यानी दो से तीन स्टूडेंट्स को पढ़ाने के लिए एक टीचर है.
इस स्कूल में 30 सीटें यहां पढ़ाने वाले टीचर्स के बच्चों के लिए रिजर्व हैं. जिनमें से तीन सीटों पर हर साल स्कॉलरशिप दी जाती है. इस स्कूल में पढ़ने एडमिशन लेने की उम्र 7 से 18 साल तक है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस स्कूल में स्पेन, इजिप्ट, बेल्जियम, ईरान और ग्रीस के राजाओं ने पढ़ाई की थी.
2015 में ले रोजी फिलिप गुडिन के चौथे डायरेक्टर के बेटे क्रिस्टोफ गुडिन पांचवें डायरेक्टर बने थे. इस स्कूल के हेडमास्टर किम कोवासेविक हैं. साल 2015 में ले रोजी फिलिप गुडिन के चौथे डायरेक्टर के बेटे क्रिस्टोफ गुडिन पांचवां डायरेक्टर बनाया गया था. इस स्कूल के हेडमास्टर किम कोवासेविक हैं.