नई दिल्ली । दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को केंद्र की ‘रेवड़ी’ टिप्पणी को लेकर उसकी खिंचाई की और दावा किया कि एक पार्टी (कांग्रेस) ने ‘परिवारवाद’ किया है जबकि केंद्र में सत्ताधारी दूसरी पार्टी (भाजपा) ‘दोस्तवाद’ कर रही है। बीजेपी पर ‘दोस्तवाद’ (दोस्तों का पक्ष लेने) और कांग्रेस पर ‘परिवारवाद’ (वंशवादी राजनीति) का आरोप लगाते हुए केजरीवाल ने कहा कि उनकी पार्टी ‘भारतवाद’ (भारतीयता) लाने की कोशिश कर रही है।
मुख्यमंत्री ने प्रेस वार्ता में भाजपा नीत केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “इन लोगों ने अपने दोस्तों के 10 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया। ऐसे लोगों को ‘देशद्रोही’ कहा जाना चाहिए और उनके खिलाफ जांच होनी चाहिए।” उन्होंने कहा कि इस ‘देशद्रोह’ को घोषित करने के लिए एक कानून लाया जाना चाहिए और इसमें शामिल सभी लोगों को जेल भेजा जाना चाहिए।
उन्होंने दावा किया कि स्वतंत्रता के 75वें वर्ष के दौरान उन्हें मजबूत करने की योजना बनाने के बजाय मुफ्त सरकारी कल्याण सेवाओं को ‘मुफ्त’ कहकर उनके खिलाफ माहौल बनाया जा रहा है। केजरीवाल ने कहा, “कुछ लोग ऐसे हैं जो सरकारी सुविधाओं से मुफ्त शिक्षा, मुफ्त चिकित्सा उपचार के प्रावधान को ‘रेवाड़ी’ या ‘मुफ्त’ कहते हैं। देश में सरकारी स्कूलों में मुफ्त शिक्षा और सरकार में मुफ्त चिकित्सा के प्रावधानों के खिलाफ एक माहौल बनाया जा रहा है।”
उन्होंने आरोप लगाया, “हम देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं और ऐसी सुविधाओं को मजबूत करने की योजना बनानी चाहिए लेकिन हम उनके खिलाफ माहौल बना रहे हैं।” उन्होंने कहा, “75वीं आजादी की पूर्व संध्या पर, मैं हर घर को मुफ्त शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, 300 यूनिट मुफ्त बिजली और सभी को बेरोजगारी भत्ता देने की मांग करता हूं।”