आज से चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू, ‘आधार’ अनिवार्य, इस तारीख से खुलेंगे मंदिरों के कपाट
नई दिल्ली/देहरादून: उत्तराखंड के चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं के रजिस्ट्रेशन जहां आज से शुरू हो गए हैं। वहीं इस यात्रा के लिए आधार कार्ड आधारित ऑनलाइन पंजीकरण आज से शुरू हो रहा है। यह खास यात्रा आगामी 30 अप्रैल को गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ शुरू होगी। वहीं आगामी 2 मई को केदारनाथ व 4 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलेंगें। जबकि, हेमकुंड साहिब के कपाट आगामी 25 मई को खोले जाएंगे।
इसके साथ ही इन धामों के साथ श्री हेमकुंड साहिब के लिए भी रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिए हैं। विभाग ने पहली बार आधार प्रमाणित रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था की है। इससे हर श्रद्धालु का पूरा ब्योरा अपडेट रहेगा।
जानकारी दें कि, इस यात्रा के लिए श्रद्धालुओं को रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य रहता है। इसके चलते आज से यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिए गए हैं। वेबसाइट व मोबाइल ऐप से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की भी व्यवस्था है। रजिस्ट्रेशन के बाद धामों में पहुंचने पर श्रद्धालु टोकन प्राप्त कर समयानुसार दर्शन कर सकेंगे। इससे श्रद्धालु लाइन में घंटों इंतजार करने से भी बच सकेंगे।
श्रद्धालु को रखना होगा इन बातों का ध्यान
रजिस्ट्रेशन के दौरान सही मोबाइल नंबर दर्ज करें।
धामों में दर्शन टोकन अवश्य प्राप्त करने होंगे।
यात्रा के दौरान ऊनी कपड़े, छतरी, रेनकोट आदि जरुर साथ रखें।
वरिष्ठ नागरिक यात्रा से पहले मेडीकल जांच जरुर कराएं।
रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में सटीक जानकारी दर्ज करें।
दर्शन कराने वाले अनाधिकृत व्यक्तियों से बचें।
यात्रा के दौरान जरूरी दवाएं अपने पास जरुर रखें।
यात्रा मार्ग पर किसी भी प्रकार की गंदगी न फैलाएं।
वाहनों की गति पर नियंत्रण रखे और उचित स्थान पर ही अपना गाड़ी पार्क करें।
अस्वस्थता लगने पर अपनी यात्रा टाल दें।
हेली यात्रा के लिए टिकट आप वेबसाइट heliyatra.irctc.co.in पर ही बुक करें।
हेली टिकट प्रदान करने वाले अनाधिकृत व्यक्तियों से जरुर बचें।
जानकारी दें कि, उत्तराखंड के हरसिलमें बीते 6 मार्च को प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य में बारहमासी पर्यटन की पुरजोर वकालत करते हुए कहा था कि इस खूबसूरत पहाड़ी राज्य में कोई ‘ऑफ़ सीजन’ नहीं होना चाहिए और हर सीजन ‘ऑन सीज़न’ रहे जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को बड़े पैमाने पर मजबूती मिलेगी।
वहीं बारहमासी या 365 दिनों के पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार के दृष्टिकोण की प्रशंसा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा तब कहा था कि साल भर स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने के उद्देश्य से ‘पर्यटन के 360-डिग्री दृष्टिकोण’ की जरूरत है । प्रधानमंत्री ने कहा था कि भी पहाड़ों में मार्च, अप्रैल और जून में बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं लेकिन उसके बाद इनकी संख्या कम हो जाती है।
हालांकि उत्तराखंड सरकार शीतकालीन चारधाम यात्रा तथा सर्दियों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रयास कर रही है जिससे क्षेत्र में स्थानीय अर्थव्यवस्था, होमस्टे तथा अन्य प्रकार के रोजगार बढ़ें ।