गांधीनगर । गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण में सौराष्ट्र-कच्छ और दक्षिण गुजरात क्षेत्र की 89 सीटों पर 60.48 प्रतिशत मतदान हुआ। 2017 के विधानसभा चुनाव की तुलना में यह 8 फीसदी कम है। अंतिम आंकड़े शुक्रवार को चुनाव आयोग द्वारा घोषित किए जाने की संभावना है।
सबसे अधिक 73.02 प्रतिशत मतदान नर्मदा जिले में दर्ज किया गया, जबकि सबसे कम 53.84 प्रतिशत पोरबंदर जिले में दर्ज किया गया। चुनाव आयोग के रात 11 बजे तक के आंकड़ों के अनुसार, तापी जिले में लगभग 72.32 प्रतिशत, मोरबी (67.65 प्रतिशत), नवसारी (66.62 प्रतिशत), वलसाड (65.29 प्रतिशत), डांग (64.84 प्रतिशत) और भरूच जिले में लगभग 63.08 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया।
करंज जैसे शहरी निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान महज 49.53 फीसदी, चोरयासी (54.40 फीसदी), सूरत उत्तर (55.32 फीसदी), उधना (55.69 फीसदी) रहा। जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में, भावनगर जिले के महुवा में 60.45 प्रतिशत, अमरेली के राजुला निर्वाचन क्षेत्र में 63.30 प्रतिशत, सुरेंद्रनगर जिले के ध्रांगधरा में 66.77 प्रतिशत मतदान हुआ।
पिछले चुनावों की तुलना में कच्छ जिले की मांडवी सीट पर मतदान प्रतिशत 19 फीसदी गिरा है, सूरत की मांगरोल सीट पर मतदान प्रतिशत 17 फीसदी घटा है। कुछ जगहों पर लोगों ने मतदान का बहिष्कार भी किया। नर्मदा जिले के समोत गांव में 1000 मतदाताओं की सूची थी, लेकिन एक भी मतदाता मतदान करने नहीं आया, गिर सोमनाथ जिले के पिपलवा गांव में कुल 1700 मतदाताओं में से शाम 4 बजे तक केवल 40 मतदाता मतदान केंद्र पर अपने मताधिकार का उपयोग करने पहुंचे।