नईदिल्ली: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के नेता और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि अगर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की निलंबित नेता नूपुर शर्मा 2024 के लोकसभा चुनाव में दिल्ली से चुनाव लड़ती हैं तो उन्हें आश्चर्य नहीं होगा।
भाजपा की पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा को जून 2022 में एक समाचार चैनल पर एक बहस के दौरान पैगंबर मोहम्मद पर उनकी टिप्पणी के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया गया था।
एएनआई के पोडकास्ट के दौरान, ओवैसी ने नूपुर के खिलाफ भाजपा की कार्रवाई पर सवाल उठाए और कहा कि वह निश्चित रूप से वापस आएंगी और भाजपा के लिए चुनाव लड़ेंगी। एआईएमआईएम सांसद ने कहा कि बीजेपी निश्चित रूप से उनका इस्तेमाल करेगी। अगर उन्हें लोकसभा चुनाव में दिल्ली से उम्मीदवार बनाया जाता है तो मुझे कोई आश्चर्य नहीं होगा।
नूपुर की टिप्पणी की देश-विदेश में हुई थी आलोचना
बता दें कि, 2022 में समाचार बहस के दौरान नूपुर शर्मा की टिप्पणी को लेकर भाजपा को देश और विदेश में आलोचना का सामना करना पड़ा था। इसने कथित तौर पर समुदायों के बीच कई हिंसक घटनाओं को जन्म दिया था, जिसमें उदयपुर में टेलर कन्हैया लाल और महाराष्ट्र में 54 वर्षीय उमेश कोल्हे की चाकू मारकर हत्या करना शामिल था।
जांचकर्ताओं का मानना है कि नूपुर का समर्थन करने वाली सोशल मीडिया पोस्ट के प्रतिशोध में कोल्हे की हत्या की गई थी। कोल्हे ने मई में शर्मा द्वारा पैगंबर पर दिए गए बयानों का समर्थन किया था।
नूपुर शर्मा के समर्थन पर कन्हैया लाल का सिर कलम
21 जून, 2022 को महाराष्ट्र के अमरावती में मोटरसाइकिल सवार दो लोगों ने कोल्हे की गला रेत कर हत्या कर दी थी। एक अलग घटना में, राजस्थान के उदयपुर में नूपुर शर्मा की टिप्पणी का समर्थन करने पर दो लोगों ने एक टेलर का उसकी दुकान में घुसकर सिर कलम कर दिया था।
ओवैसी ने कहा कि उदयपुर में सिर कलम करने जैसी घटनाओं की निंदा की जानी चाहिए। मैं ‘सर तन से जुदा’ जैसे नारों के खिलाफ हूं। मैं इसकी खुले तौर पर निंदा करता हूं। इस तरह के बयान से हिंसा भड़कती है। मैं हिंसा के खिलाफ हूं।
एआईएमआईएम नेता ने हालांकि सवाल किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार कितने दिनों में नूपुर शर्मा के बयानों पर प्रतिक्रिया देती है।
ओवैसी ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब नूपुर शर्मा एक टेलीविजन चैनल पर आई थीं। उन्होंने पहले भी एक हिंदी समाचार चैनल पर विवादित टिप्पणी की थी। मैं उनके खिलाफ इस्तेमाल की गई धमकियों के खिलाफ हूं, उन्होंने जो भी कहा वह भी बिल्कुल गलत है।
विवाद बढ़ने के बाद नूपुर शर्मा अपनी टिप्पणियों को वापस ले लिया था और ट्विटर पर पोस्ट किए गए एक बयान में कहा था कि उनका इरादा किसी को चोट पहुंचाना नहीं था। वहीं, उनकी माफी पर प्रतिक्रिया देते हुए ओवैसी ने कहा कि उन्होंने कब माफी मांगी? उन्होंने इससे इनकार किया, लेकिन माफी नहीं मांगी, कोई स्पष्ट माफी नहीं है।