नई दिल्ली : प्रशांत महासागर में भूकंप के बहुत तेज झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर स्केल पर 7.7 रही तीव्रता। भारी नुकसान की आशंका जताई जा रही है। भूकंप के खतरनाक झटकों के बाद तीन देशों के लिए सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई है। इनमें वानुअतु, फिजी, न्यू कैलेडोनिया शामिल हैं। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे के अनुसार यह भूकंप जमीन के 10 किलोमीटर की गहराई में आया था।
वानुअतु मौसम विज्ञान और भू-खतरे विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए लिखा कि इस तीव्रता के भूकंप में विनाशकारी सूनामी पैदा करने की क्षमता होती है जो मिनटों के भीतर भूकंप के केंद्र के पास और अधिक दूर के समुद्र तटों पर हमला कर सकती है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन कार्यालय पूरे वानुअतु समूह के लोगों को सलाह देता है कि वे इस सलाह को प्राप्त करने पर उचित कार्रवाई और एहतियाती उपाय करें। इसमें तटीय क्षेत्रों से उच्च स्थानों पर तत्काल निकासी शामिल है।
धरती के अंदर मौजूद टेक्टोनिक प्लेट हमेशा धीरे-धीरे गतिशील रहती हैं। लेकिन, कई बार घर्षण की वजह से वे अपने किनारों पर अटक जाती हैं या एक-दूसरे से टकरा जाती हैं या एक-दूसरे पर चढ़ जाती हैं, एक-दूसरे में घुस जाती हैं। सामान्य तौर पर जब इन वजहों से अचानक प्लेटों की स्थितियां बदलती हैं या वह अचानक स्थान में परिवर्तन करती हैं तो भूकंप आता है। इसकी वजह से धरती के गर्भ से ऊर्जा निकलती है, जो धरती की पपड़ी (crust या पृथ्वी का बाहरी हिस्सा) से गुजरती हुई ऊपर आती हैं और सतह पर हम कंपन महसूस करते हैं। धरती की पपड़ी 7 टुकड़ों में बंटी हुई है और इसे ही टेक्टोनिक प्लेट कहते हैं।