नई दिल्ली : पाकिस्तान सबसे तेजी से तरक्की आतंक (terror) के क्षेत्र में करता है। पाकिस्तान अभी तक ड्रोन (drone)के जरिए सिर्फ भारतीय सीमा में हथियार ड्रग्स और नकली नोट भेजता था, लेकिन अब यह आतंकियों की भी डिलीवरी कर रहा है। लश्कर-ए-तैयबा ने भारत में कुछ महीनों पहले एक आतंकी को भेजा था।
पूरी दुनिया आज के समय ड्रोन के जरिए सामान डिलीवरी कर रही है। ड्रोन के जरिए दुर्गम इलाकों में दवाइयां पहुंचाई जा रही हैं, लेकिन पाकिस्तान जैसा देश इसके जरिए सिर्फ आतंकवाद का निर्यात कर सकता है। पाकिस्तान से अभी तक ड्रोन से सिर्फ हथियार भारत में भेजे जाते थे। लेकिन अब पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने भारत के पंजाब में एक आतंकी को ड्रोन के जरिए भेजा है। खुफिया सूत्रों से जुड़ी रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ। ड्रोन का वीडियो सामने आया है, जिसमें आतंकी संगठन ड्रोन के जरिए भारत में आतंकियों को भेजने का टेस्ट कर रहे हैं।
मीडिया रिर्पोट के मुताबिक 70 किलोग्राम का वजन इस ड्रोन के जरिए उठाया जा सकता है। वीडियो पाकिस्तान के शकरगढ़ में लश्कर ए तैयबा के ट्रेनिंग कैंप के अंदर शूट किया गया है। इसमें एक आतंकी को ड्रोन के जरिए ले जाने और फिर उसे पानी में गिराने की क्षमता का टेस्ट किया गया। रिपोर्ट में कहा गया कि कुछ महीने पहले ड्रोन का इस्तेमाल कर एक आतंकी को भारत के पंजाब में भेजा गया था। आतंकी ने खुलासा किया था, जिसमें कहा गया कि लश्कर के लोगों ने उसे पैसे दिए और फिर पंजाब में सेटल होने को कहा था।
पंजाब में ही उसे हथियार इकट्ठा करने को कहा गया था। पाकिस्तान में मौजूद आतंकी संगठन और ड्रग तस्कर मुख्य रूप से पंजाब और जम्मू में हथियार और नशीले पदार्थ की खेप ड्रोन के जरिए गिराते हैं। पिछले साल एसएसबी ने 256 ड्रोन गतिविधियों को देखा, जिनमें से 90 फीसदी भारतीय क्षेत्र में थे। वहीं उससे पहले सिर्फ 67 ड्रोन दिखे थे। यानी लगातार पाकिस्तान से आने वाले ड्रोन में बढ़ोतरी हो रही है।
ड्रोन आम तौर पर बेहद हल्के होते हैं। इनका वजन 100 से 500 ग्राम तक होता है। लेकिन डिलीवरी ड्रोन काफी बड़े होते हैं। ये भारी वजन उठाने में सक्षम होते हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि जिन ड्रोन से एक आदमी को उठाया जा रहा है वह एक कृषि ड्रोन है। इनका इस्तेमाल फसलों को खाद और दवाई देने के लिए किया जाता है। कई ड्रोन 20 किग्रा से 100 किग्रा से ज्यादा तक का वजन उठा सकता है।