नई दिल्ली: भारत- पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर अलर्ट जारी किया गया है. खुफिया सूत्रों ने कहा कि सीमा पार बैठे आतंकी भारतीय सीमा में घुसपैठ की फिराक में हैं. अंतरराष्ट्रीय सीमा के नजदीक कठुआ जिले के सान्याल पुलिस चौकी के पास हुए आईईडी धमाके के बाद इलाके से एक और ग्रेनेड मिला है. इसके साथ ही जम्मू-पठानकोट हाईवे पर भी अलर्ट जारी किया गया है. सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान के आतंकियों की मंशा भारत में आगामी लोकसभा चुनाव में खलल डालने की है. इसके लिए सीमा पार के आतंकी अड्डों पर बड़ी संख्या में प्रशिक्षित आतंकी मौजूद हैं.
वहीं जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आर.आर. स्वैन ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में आगामी लोकसभा चुनाव के दौरान सभी को सुरक्षित माहौल और समान अवसर प्रदान किया जाएगा. केंद्र शासित प्रदेश के शीर्ष पुलिस अधिकारी ने कहा कि सुरक्षा एजेंसियां जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद को पूरी तरह से खत्म करने से अब ज्यादा दूर नहीं हैं. उन्होंने सुरंगों के माध्यम से आतंकवादियों की घुसपैठ में मदद करने या ड्रोन से गिराए गए हथियारों को उठाने में मदद करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का संकल्प दोहराया.
जम्मू-कश्मीर में लोकसभा चुनाव पांच चरणों में होंगे. इसके मुताबिक 19 अप्रैल को उधमपुर में, 26 अप्रैल को जम्मू, सात मई को अनंतनाग-राजौरी में, 13 मई को श्रीनगर में और 20 मई को बारामूला में मतदान होगा. मतगणना चार जून को होगी. स्वैन ने कहा कि ‘चुनाव के दौरान सुरक्षा एक महत्वपूर्ण पहलू है. निर्वाचन आयोग ने सख्त निर्देश जारी किए हैं कि चुनाव के दौरान मतदाताओं, उम्मीदवारों और राजनीतिक कार्यकर्ताओं को एक सुरक्षित माहौल और समान अवसर प्रदान किया जाना चाहिए.’
डोडा जिले में संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा था कि ‘हम उन केंद्रीय बलों की तैनाती के लिए केंद्र के साथ बातचीत कर रहे हैं जो यहां आएंगे, साथ ही जो पहले से ही (जम्मू और कश्मीर में) मौजूद हैं ताकि उनका इष्टतम उपयोग हो सके.’ जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद के खात्मे की समयसीमा के बारे में पूछे जाने पर डीजीपी ने कहा कि ‘हम इससे ज्यादा दूर नहीं हैं.’ सीमा पार से आतंकवादियों और हथियारों को भेजने के लिए ड्रोन और भूमिगत सुरंगों के इस्तेमाल पर उन्होंने दोहराया कि जो कोई भी आतंकवादियों की सहायता करते हुए पाया जाएगा उसे जीवन भर पछताना होगा.