नई दिल्ली: शाहिद अफरीदी ने 1996 में तब सुर्खियां बटोरीं, जब उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ नैरोबी में 37 गेंदों में शतक ठोक डाला था. यह उनका सिर्फ दूसरा इंटरनेशनल वनडे मैच था. शाहिद अफरीदी का सबसे तेज वनडे शतक का रिकॉर्ड सालों तक बना रहा था. लेकिन क्या आप जानते हैं कि शाहिद अफरीदी ने यह शतक क्रिकेट के ‘भगवान’ कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के बल्ले से बनाया था. शाहिद अफरीदी ने खुद इस बात का खुलासा एक इंटरव्यू में किया था. अफरीदी ने बताया था कि कैसे उन्हें वकार यूनुस से वह बल्ला मिला, जब उन्हें पता चला कि वह नंबर 3 पर आएंगे.
शाहिद अफरीदी ने बताया, ”जिस बल्ले से मैंने अपनी पहली पारी खेली थी, उसे मैंने सुरक्षित रख लिया है. इस बल्ले ने इतिहास रचा है. यह सचिन का बल्ला था और वह मेरे पसंदीदा खिलाड़ियों में से एक हैं. मैंने उनके बल्ले से वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया. मैं बल्ले के लिए वकार यूनुस का शुक्रगुजार हूं, क्योंकि मैच से पहले जब मैं अभ्यास कर रहा था तो उन्होंने ही मुझे बैट दिया था. उन्होंने मुझे उस बल्ले से बैटिंग करने को कहा था.”
शाहिद अफरीदी ने तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए महज 37 गेंदों में शतक जड़ दिया था. अफरीदी ने 40 गेंदों में 102 रन बनाए थे. उन्होंने इस दौरान सईद अनवर के साथ दूसरे विकेट के लिए 126 रनों की साझेदारी की थी. सईद अनवर ने 120 गेंदों में 115 रन बनाए थे.
अफरीदी ने कहा कि उनके करियर की शुरुआत में बल्ले की अहम भूमिका थी और वह उनके दिल के करीब है. अफरीदी ने कहा, ”शाहिद अफरीदी को बनाने में बल्ले ने अहम भूमिका निभाई है. यह मेरे लिए बहुत खास है. बीच में मैंने बाद में इसके साथ खेलने की कोशिश की, लेकिन फिर इसे संभाल कर रखने का फैसला किया.”
शाहिद अफरीदी का सबसे तेज वनडे शतक का रिकॉर्ड 18 सालों तक बना रहा. 2014 में इस रिकॉर्ड को न्यूजीलैंड के ऑल राउंडर कोरी एंडरसन ने तोड़ा. एंडरसन ने वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक जड़ने के लिए सिर्फ 34 गेंदें खेलीं. इसके अगले ही साल वेस्टइंडीज टीम के दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर महज 31 गेंदों में शतक जड़कर इस एंडरसन के रिकॉर्ड को तोड़ दिया था. डिविलियर्स ने सिर्फ 44 गेंदों पर 149 रनों की पारी खेल डाली थी. डिविलियर्स का रिकॉर्ड आजतक बरकरार है.