पाकिस्तान के नापाक मंसूबे होंगे नाकाम, हवा में तैनात होंगे ‘टैंक’; भारतीय सेना ने बॉर्डर पर बढ़ाई रक्षा क्षमता
नई दिल्ली: भारत लगातार अपनी रक्षा क्षमताओं को बढ़ा रहा है। पश्चिम में पाकिस्तान और उत्तर-पूर्व में चीन की नापाक मंसूबों का दम निकालने के लिए सीमावर्ती इलाकों में डिफेंस सिस्टम को लगातार अपग्रेड किया जा रहा है। हाल में ही अरुणाचल प्रदेश में दो सुरंगों को ऑपरेशनल किया गया, जिसके जरिये चीन सीमा से लगते तवांग समेत अन्य इलाकों में किसी भी मौसम में पहुंचना आसान हो गया है। वहीं दूसरी तरफ, पाकिस्तान सीमा पर भी व्यवस्थाएं दुरुस्त की जा रही हैं। देश के पश्चिमी सीमा पर ‘हवा में टैंक’ तैनात करने की तैयारी चल रही है। उम्मीद है कि इस बार गर्मी के मौसम में इसे पूरा कर लिया जाएगा। भारत की बढ़ती रक्षा क्षमता से पड़ोसी देश पाकिस्तान में खलबली मचना तय है।
जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान से लगती सीमा पर जल्द ही हेवी ड्यूटी कॉम्बैट हेलीकॉप्टर अपाचे की तैनाती की जाएगी। इससे पहले इंडियन आर्मी ने पश्चिमी कमान में स्थित महत्वपूर्ण सैन्य पोस्ट जोधपुर में अपनी क्षमताओं का विस्तार किया है। भारतीय सेना ने हेवी ड्यूटी और अत्याधुनिक क्षमताओं से लैस हेलीकॉप्टर के स्क्वाड्रन को बढ़ाया है। स्क्वाड्रन के अस्तित्व में आने से सेना का पश्चिमी कमान और ज्यादा मजबूत होगा और उसकी युद्धक क्षमता भी बढ़ेगी। बता दें कि आर्मी के वेस्टर्न कमान में अपाचे हेलीकॉप्टर को तैनात करने की तैयारी चल रही है। अमेरिका से इसकी पहली खेप फरवरी 2024 में मिलनी थी, लेकिन उसमें देरी हुई है। अब अपाचे हेलीकॉप्टर की पहली खेप मई में मिलने की संभावना है।
भारतीय सेना ने अमेरिकी कंपनी बोइंग के साथ अपाचे हेलीकॉप्टर खरीद को लेकर समझौता किया है। तकरीबन 5,691 करोड़ रुपये की इस डील के तहत बोइंग सेना को 6 हेलीकॉप्टर देगा। फरवरी 2020 में रक्षा खरीद पर सहमति बनी थी। आर्मी के एविएशन डायरेक्टर जनरल लेफ्टिनेंट जनरल अजय सूरी ने बताया कि अपाचे हेलीकॉप्टर की आपूर्ति फरवरी में ही शुरू होनी थी, लेकिन किन्हीं वजहों से इसमें कुछ देरी हुई है। भारतीय वायुसेना (IAF) को 22 अपाचे हेलीकॉप्टर की आपूर्ति की जा चुकी है। वायुसेना ने सितंबर 2015 में अमेरिकी कंपनी के साथ 13, 952 करोड़ रुपये का करार किया था।