कराची: परमाणु हथियारों से लैस पाकिस्तान डिफॉल्ट होने की कगार पर पहुंच गया है और अब यह खतरा मंडरा रहा है कि उसकी हालत श्रीलंका जैसी हो सकती है। पाकिस्तान के पास विदेशी मुद्रा भंडार पिछले सप्ताह 4.3 अरब डॉलर के रेकॉर्ड निचले स्तर तक पहुंच गया। यही नहीं पाकिस्तान में महंगाई अपने रेकॉर्ड पर पहुंच गया है। एक गैस सिलेंडर 10 हजार रुपये का बिक रहा है। रोजमर्रा की जरूरत के सामान आसमान छू रहे हैं। ऐसे में अब पाकिस्तान में ही यह मांग तेज हो गई है कि शहबाज सरकार भारत से दुश्मनी को भुलाकर भारतीय पर्यटकों को पाकिस्तान आने का मौका दे।
पाकिस्तानी विश्लेषकों का कहना है कि लाखों की तादाद में भारतीयों पर्यटकों घूमने जाने से पाकिस्तान को छोड़कर बाकी दक्षिण एशिया के सारे देश जमकर पैसा कमा रहे हैं। पाकिस्तानी ट्विटर हैंडल इकॉनमी ऑफ पाकिस्तान ने एक ट्वीट करके कहा कि पाकिस्तान को सक्रिय रूप से दक्षिण एशिया के सारे देशों के लिए अपने वीजा प्रतिबंधों में ढील देनी चाहिए। इसमें खासकर भारत के नागरिकों के लिए। पूरी दुनिया पर्यटन से जमकर पैसा कमा रही है और पाकिस्तान को इसकी जरूरत है।
इकॉनमी ऑफ पाकिस्तान ने कहा कि भारत एक आसान बाजार हो सकता है। बांग्लादेश ने भारतीयों पर्यटकों से कमाई के मामले में सबको पीछे छोड़ दिया है। 22 लाख 50 हजार भारतीय पर्यटक बांग्लादेश की यात्रा पर गए हैं। इसके अलावा नेपाल में भी भारत के सबसे ज्यादा पर्यटक जाते हैं। इस सलाह पर ट्विटर पर पाकिस्तानी लोगों के कॉमेंट की बाढ़ आ गई। एक यूजर हैदर शहजाद ने कहा कि इसके लिए शिक्षा और जागरूकता सबसे महत्वपूर्ण है। भारत के पर्यटक तब तक नहीं आएंगे, अगर उनके साथ यहां भेदभाव किया जाता है।
इस पर इकॉनमी ऑफ पाकिस्तान ने कहा कि आमतौर पर लोग भेदभाव नहीं करते हैं। इसी ट्वीट पर अहमद नोवाज लिखते हैं, ‘इसको संभव बनाने के लिए हमें एक सामान्य देश की तरह से काम करना होगा। प्रगतिशील, सहनशील और स्वागत करने वाला बनना होगा। हमें गजवा-ए-हिंद और इंडियाफोबिया से खुद को अलग करना होगा। इस पर इकॉनमी ऑफ पाकिस्तान ने कहा कि वीजा देना या नहीं देना हमारे नियंत्रण में है। इकॉनमी ऑफ पाकिस्तान के इस दावे में काफी दम है।
दक्षिण एशियाई देश मालदीव के लिए भारतीय पर्यटक कोरोना काल में बहुत ही मददगार साबित हुए। गत वर्ष 21 दिसंबर तक 2,23,000 भारतीय पर्यटक मालदीव की यात्रा पर गए थे। भारत पर्यटकों के लिहाज से मालदीव के लिए सबसे बड़ा स्रोत बन गया। साल 2019 में भारत दूसरे नंबर पर था। यही नहीं सिंगापुर के लिए भारतीय पर्यटक काफी कमाई का स्रोत बने। सिंगापुर में विदेशी पर्यटकों के मामले में भारत दूसरे नंबर पर रहा। भारत के 6 लाख पर्यटक सिंगापुर की यात्रा पर गए। पाकिस्तान अगर भारतीय पर्यटकों के लिए अपने दरवाजे खोलता है तो उसे काफी फायदा हो सकता है।