नई दिल्ली/पुरुलिया: पश्चिम बंगाल (West Bengal) से मिली एक बड़ी खबर के अनुसार यहां के पुरुलिया (Purulia) में तीन साधुओं को पीटे जाने का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। उक्त घटना बीते गुरुवार 11 जनवरी की बताई जा रही है। मामले पर मिली जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के रहने वाले यह तीनों साधु मकर संक्रांति के लिए गंगासागर जा रहे थे। हालांकि मारपीट किस मुद्दे पर हुई, इस पर कुछ भी साफ़ जानकारी नहीं है
BJP ने घटना को बताया पालघर पार्ट-2
इधर इस घटना पर बंगाल BJP ने ट्वीट किया, ममता बनर्जी को अपनी इस चुप्पी पर उन्हें शर्म आनी चाहिए! क्या हिंदू साधु आपकी मान्यता के योग्य भी नहीं हैं? हम इस अत्याचार आपकी जवाबदेही की मांग करते हैं। BJP ने जो वीडियो शेयर किया है। उसमें साफ दिख रहा है कि आक्रोशित भीड़ भगवा कपड़े पहने एक साधू के बाल पकड़कर खींच रही है। वहीं साधू को निर्वस्त्र कर डंडों से बुरी तरह पीटा जा रहा है।
हालांकि साधु अपने आप को बचाने की खूब कोशिश भी कर रहा है। वहीं वह रहम की भीख भी मांग रहा है। लेकिन इसके बाद भी आक्रोशित भीड़ उसे लगातार पीटती रहती है। पीड़ित साधू के साथ एक और शख्श भगवा कपड़े पहने हुए वीडियो में दिख रहा है। साधुओं के पीटे जाने के और अब कई वीडियो वायरल हो रहे हैं। इधर BJP प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने घटना को पालघर पार्ट-2 करार दे दिया है। उन्होंने कहा कि TMC के गुंडों ने साधुओं को जानबूझकर बुरी तरह से पीटा।
मार खाना ही हमारा नसीब- पीड़ित साधू
इधर पीड़ित साधुओं ने पुलिस में अब तक कोई भी मामला दर्ज नहीं किया है। दरअसल वे पुलिस में केस दर्ज कर किसी समस्या में ही नहीं पड़ना चाहते हैं। साधुओं का कहना है कि उन्हें लगता है कि मार खाना ही उनके भाग्य में लिखा हुआ है, वे इसे सहर्ष स्वीकारते हैं।
जानें पालघर का मामला
जानकारी दें कि 16 अप्रैल, 2020 को 72 साल के संत महाराज कल्पवृक्ष गिरी और 35 साल के सुशील गिरी महाराज की उन्मादी भीड़ ने बुरी तरह से पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। यह दोनों साधू अपने गुरु के अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने के लिए मुंबई से सूरत जा रहे थे। दोनों ही साधुओं पर बच्चा चोरी करने का आरोप लगाकर भीड़ ने उनकी जघन्य हत्या की थी।